बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव आज एक बार फिर चर्चा में हैं। बुधवार (18 अप्रैल) को पटना के मौर्या होटल में तेज प्रताप की सगाई हो गई। एक-दूसरे को अंगूठी पहना कर तेज प्रताप और ऐश्वर्या ने बड़ों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान तेज प्रताप थोड़ा शर्माते भी दिखे। ऐश्वर्या को अंगूठी पहनाने के बाद जब फोटोग्राफी हो रही थी तब तेज प्रताप पीछे देख रहे थे। किसी के इशारा करने पर वह कैमरे की ओर मुखातिब हुए (वीडियो नीचे देखें)। बता दें कि उनकी शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय की पोती और पूर्व मंत्री चन्द्रिका प्रसाद राय की बेटी ऐश्वर्या राय से तय हुई है। इस आयोजन में परिवार के करीबी सदस्यों के साथ ही कई वीवीआईपी भी शामिल हुए। तेज प्रताप बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सबसे बड़े पुत्र हैं। तेज प्रताप यादव का जन्म 21 नवंबर 1987 को बिहार के गोपालगंज जिले के फुलवरिया में हुआ था। राजद कार्यकर्ताओं का मानना है कि लालू प्रसाद के बात करने के देसी अंदाज और पब्लिक से जुड़ने की शैली को तेजप्रताप ने बखूबी अपना लिया है। यही बात उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाती है।
बात अगर शिक्षा—दीक्षा की करें तो तेज प्रताप यादव ग्रेजुएशन ड्रॉप आउट हैं। वह पटना के बिहार नेशनल कॉलेज के छात्र थे। जबकि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव ने डीपीएस, आरकेपुरम से सिर्फ नवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है। बिहार की गिरते शिक्षा दर के कारण सरकार में रहते हुए विपक्षियों ने दोनों भाइयों की कई बार आलोचना की थी। विपक्ष का आरोप था कि एक स्कूल ड्रॉपआउट कैसे बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार ला सकता है।
Patna: Preparations underway for Lalu Prasad Yadav's elder son Tej Pratap's engagement to RJD MLA Chandrika Rai's daughter Aishwarya. pic.twitter.com/CFe1ffIXeo
— ANI (@ANI) April 18, 2018
तेज प्रताप को पिता लालू प्रसाद की तुलना में मां राबड़ी देवी का दुलारा समझा जाता है। लेकिन विवादों से भी उनका गहरा नाता रहा है। सीवान के बहुचर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के आरोपी सैफ के साथ उनकी फोटो ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। इसी फोटो के कारण पहली बार उन्हें कोर्ट के सामने भी पेश होना पड़ा। हालांकि बाद में इस आरोप में दम नहीं निकला। वहीं चुनाव आयोग को गलत जानकारी देने के चलते इनका बेऊर स्थित पेट्रोल पंप का लाइसेंस जरूर निरस्त कर दिया गया था।
नरेन्द्र मोदी के विजय रथ को थाम लेने वाले बिहार के महागठबंधन के चटकने की शुरूआत भी इन्हीं के विभाग से हुई थी। उस दौरान तेजप्रताप यादव वन मंत्री थे। लालू परिवार के स्वामित्व वाले मॉल की मिट्टी को पटना जू को बेच दिया गया। इस मामले को उप—मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लपक लिया। उन्होंने पूरे लालू परिवार पर भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप लगाए। जिसके बाद जांच एजेंसियों ने लालू परिवार को अपने रडार पर ले लिया। महागठबंधन ढहने का ये भी बड़ा कारण था।
सोशल मीडिया पर तेज प्रताप की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वो होने वाली दुल्हन ऐश्वर्या राय के साथ नजर आ रहे हैं।
तेजप्रताप पर कई बार उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी करने के आरोप भी लगते रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए इन्होंने पिता लालू प्रसाद के लिए डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस अपने घर पर खड़ी करवा ली थी। इनके ऊपर राज्य सरकार की जमीन पर मन्दिर बनाकर अवैध कब्जा करने का आरोप भी लग चुका है।
तेजप्रताप को उनके विवादित बयानों के लिए भी जाना जाता है। उनका पीएम मोदी की चमड़ी खींच लेने वाला बयान भी खूब सुर्खियों में रहा था। वहीं 2016 में मंत्री पद की शपथ लेते हुए उन्होंने अपेक्षित की जगह उपेक्षित शब्द का इस्तेमाल किया था। जिस पर वर्तमान राष्ट्रपति और तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोविन्द ने इन्हें दोबारा शपथ-पत्र पढ़ने के लिए कहा था।
