बीते शनिवार को भागलपुर के नाथनगर में साम्प्रदायिक तनाव के बाद वहां प्रशासन को रामनवमी शांति से संपन्न कराने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। अफवाहों को रोकने के लिए तरह-तरह की कोशिशें की जा रही हैं। इस सिलसिले में जानिशर अख्तर उर्फ टिंकू नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उस पर अफवाह फैलाने का आरोप है। भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार के मुताबिक 17 मार्च की जुलूस में डीजे बजाने वाले संचालक बबलू मंडल को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उस मामले में दो और लोगों की तलाश जारी है। इधर, रामनवमी के पहले लाउडस्पीकर लगाकर जय श्रीराम, जय हनुमान और देशभक्ति गीतों के साथ जुलूस निकालने का सिलसिला जारी है। आईजी सुशील खोपड़े के मुताबिक रामनवमी तक नाथनगर में फ्लैग मार्च जारी रहेगा। मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल जगह-जगह तैनात है। इलाके में धारा 144 भी लागू है।

उधर भाजपा जिला अध्यक्ष रोहित पांडे ने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपकर पुलिस की लिखी एफआईआर में से भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम हटाने की मांग की है। इसके लिए दो रोज की मोहलत दी है। वरना, आंदोलन करने की चेतावनी दी है। मालूम रहे कि प्रतिपदा विक्रम संवत नववर्ष की पूर्व संध्या पर बगैर अनुमति के जुलूस निकालने को लेकर अर्जित चौबे समेत आठ भाजपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। अर्जित चौबे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे हैं और भाजपा टिकट पर 2015 में भागलपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं।

पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारी भागलपुर पर नजर बनाए हुए हैं। इस बीच नाथनगर के सुखराज हाईस्कूल मैदान के कचरे में रखे सुतली बम को उठाकर खेलने के दौरान 11 साल का बच्चा मो. शब्बीर जख्मी हो गया। इसके बाद बालू खनन के लिए गए मजदूर बंगटू यादव की धंस कर मौत हो जाने से अफवाहें परवान चढ़ने लगी। अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्वों को मौका मिल गया। मगर दंगा निरोधक दस्ता और प्रशासन की मुस्तैदी ने कुछ भी होने से रोक दिया। इन दोनों वाकयों की अलग-अलग एफआईआर नाथनगर थाने में लिखी गई है।

एसएसपी के मुताबिक उत्तेजना फैलाने और आपत्तिजनक पोस्ट करने को लेकर तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। जिनमें मेरा भागलपुर नाम से फेसबुक पेज चलाने वाले के ग्रुप एडमिन के अलावा अभिषेक गुप्ता और कुमार गौरव हैं। इतना ही नहीं 12 फर्जी फेसबुक अकाउंट भी बंद कराए गए हैं जो फर्जी नाम से चलाए जा रहे थे। पुलिस ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक वाट्सऐप नंबर 8709161968 जारी किया है। जिसपर अफवाह फैलाने वालों की सूचना देने को कहा गया है। एसएसपी ने सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने के लिए साइबर विशेषज्ञ लगाए हैं। मसलन प्रशासन शांति के लिए हर कोशिश में जुटा है।

इधर रामनवमी के पहले ही जुलूस निकालने का तांता लगा है। शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने तो शनिवार को भगवा क्रांति रामनवमी महोत्सव ने जुलूस निकाला। हालांकि संवेदनशील इलाकों से जुलूस ले जाने की इजाजत प्रशासन ने नहीं दी। मगर जुलूस संगीनों के साए में निकला। खुद एसएसपी और डीआईजी सीआरपीएफ, पुलिस बल और दंगा निरोधक दस्ते के साथ नजर आए। गाजे-बाजे, घोड़े, दर्जनों मोटरसाइकिल और भगवा झंडे और माथे पर जयश्री राम की पट्टी बांधे हजारों नौजवान नारे लगाते चल रहे थे। इनमें कई भाजपाई भी शरीक थे।

जुलूस में दो बातें दिलचस्प दिखीं। एक तो जुलूस में भांगड़ा बैंड बजा रहे लड़के मुस्लिम समुदाय के थे। दूसरा खलीफाबाग चौक पर शाह मार्केट मुस्लिम बिरादरी के लोगों ने जुलूस में चल रहे राम भक्तों के लिए पीने के पानी का इंतजाम बाकयदा काउंटर लगा कर किया था। जुलूस में शांति समिति के लोग भी चल रहे थे। एसएसपी के मुताबिक रामनवमी जुलूस के लिए लाइसेंस लेना जरूरी बनाया गया है। इसके लिए 109 आवेदन आए हैं। इनमें कई आयोजक पुराने हैं और कई नए हैं।