बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन पिछले 2 दिनों में बिहार में जहरीली शराब पीने के कारण 32 लोगों की मौत हो चुकी है। जहरीली शराब पीने के कारण हो रही मौतों से बिहार सराकर विपक्ष के निशाने पर है। लेकिन अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने सरकार का बचाव करते हुए एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि मौतों से जनसंख्या कम होगी।
जेडीयू विधायक ने जहरीली शराब से हो रही मौतों पर सरकार का बचाव करते हुए कहा कि, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब के सभी ठेके को बंद कर दिया लेकिन लोग तब भी नहीं मानते और अगर थानेदार चाह ले तो एक बूंद शराब नहीं बिकेगा। ये सब कुछ थानेदार चलाते हैं। उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। मर ही जाएंगे तो जनसंख्या घटेगा, जब सरकार ने शराब बंद कर दिया तो लोग शराब क्यों पी रहे हैं?”
बिहार में जहरीली शराब के कारण हो रही मौतों पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार पर हमलावर हैं। तेजस्वी ने दावा किया कि पिछले 6 महीनों में जहरीली शराब पीने के कारण 200 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, “डबल इंजन सरकार के प्रयास से शराबबंदी वाले बिहार में विगत दो दिन में जहरीली शराब के कारण 37 लोग और मारे गए। विगत छः महीनों में 200 से अधिक मौतें हो चुकी है। मुख्यमंत्री, सरकार व प्रशासन भ्रष्ट और विफल है। किसी अधिकारी पर कभी कोई कारवाई नहीं हुई? ये बस ड्रोन/हेलिकॉप्टर उड़ायेंगे।”
वहीं चिराग पासवान ने भी जहरीली शराब के कारण हो रही मौतों को लेकर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा। चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर लिखा कि, “बिहार में यह नीतीश कुमार जी का कैसा सुशासन है, जहां पर जनता में अपराधियों से ज्यादा कानून का डर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जहरीली शराब बनाने व बेचने वालें बैखोफ घूमते है, जबकि शिकायत करने वाली जनता को जेल भेज दिया जाता है।”
बिहार में पुर्णतः शराबबंदी लागू है, लेकिन बिहार में विपक्ष आरोप लगाता है कि शराबबंदी के बाद शराब की होम डिलीवरी शुरू हो गयी है। बिहार में प्रशासन हेलीकाप्टर से अवैध शराब बनने वाले अड्डो को चिह्नित कर उसे ध्वस्त करने में जूटा हुआ है।