मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया। मणिपुर में कुल जेडीयू के पास 6 विधायक थे लेकिन अब 5 बीजेपी में शामिल हो गए हैं। वहीं इसको लेकर जेडीयू ने बीजेपी पर निशाना साधा है। जेडीयू ने कहा है कि हम पहले से ही कह रहे थे कि बीजेपी, जेडीयू को कमजोर करने की साजिश काफी पहले से कर रही है।
मणिपुर में जेडीयू में टूट को लेकर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मणिपुर में जो कुछ भी हुआ, (जदयू के विधायकों का बीजेपी में विलय) इसके लिए बीजेपी ने धनबल का इस्तेमाल करके किया। पीएम के लिए विपक्षी दलों का साथ आना भ्रष्टाचार है। वे जो चाहें कर सकते हैं लेकिन 2023 तक जद (यू) एक राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी।”
वहीं मणिपुर में 5 जेडीयू विधायकों के बीजेपी ज्वाइन करने पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हम तो पहले से कह रहे कि बीजेपी साजिश रच रही है। उन्होंने कहा, “हम कह रहे थे कि बीजेपी लगातार हमारी पार्टी को बर्बाद करने की कोशिश कर रही है। एनडीए के साथ रहते हुए हमने इसे महसूस किया और आज यह साबित हो गया है। आज हम उनके खिलाफ हैं, इसलिए उनके हमले बढ़ेंगे। लेकिन हम उनका सामना करने के लिए तैयार हैं।”
बता दें कि बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी मणिपुर की घटना को लेकर नीतीश कुमार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “पश्चिम बंगाल से परे स्वीकार्यता हासिल करने की ममता बनर्जी की कोशिशें बुरी तरह उलटी पड़ीं। लंगड़े मुख्यमंत्री नीतीश कुमार न केवल बिहार में, जहां जेडीयू तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, बल्कि बाहर भी अपनी पार्टी के पदचिह्नों को सिकुड़ते हुए देख रहे हैं। और ख़्वाब प्रधानमंत्री बनने के हैं।”
मणिपुर में जदयू विधानसभा चुनाव 38 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसके छह विधायक जीते थे। लेकिन अब पांच विधायकों ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है। उसके पहले यह खबर थी कि मणिपुर की बीजेपी सरकार से जेडीयू समर्थन वापस ले सकती है। लेकिन उसके पहले ही बीजेपी ने जेडीयू विधायकों को अपने पाले में कर लिया।