बिहार के भागलपुर में जमीन का कब्‍जा दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोगों पर पुलिस की ओर से बर्बर लाठीचार्ज किया गया। इसमें कई महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल हो गए। लोगों की ओर से किए गए पथराव में पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। प्रदर्शन पर बैठे लोग 1998 में ऑपरेशन बसेरा के तहत मिली जमीन के कब्‍जे की मांग कर रहे थे। उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से उन्‍हें जमीन की पर्ची दे दी गई लेकिन जमीन पर कब्‍जा दबंगों ने कर रखा है। साथ ही कई लोगों को जमीन मिल गई लेकिन उसका पट्टा अभी तक नहीं दिया गया। नियमानुसार किसी निजी जमीन पर 12 साल तक रहने पर वह उसी की हो जाती है। प्रदर्शन कर रहे लोग जमीन के कब्‍जे की मांग को लेकर बैठे थे। लोग तीन दिन से धरने पर बैठे हुए थे।

धरने के चौथे दिन आठ दिसंबर को जब लोग डीएम से मिलने जा रहे थे तभी हंगामा हो गया। इस पर पुलिस ने सभी को जाने से रोक दिया और खदेड़ दिया। इस पर गुस्‍साए लोगों ने पथराव कर दिया। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। एक घंटे तक पथराव और लाठीचार्ज की घटना में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने महिलाओं को भी दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। डीएम ऑफिस के गेट के बाहर कई बूढ़ी महिलाएं बेहोश होकर गिर गईं। महिलाओं के कपड़े फट गए और उनके शरीर पर काफी चोटें आई थीं। इस दौरान एक बच्‍चे पर भी लाठियां बरसाई गई। वहीं कई पुलिसकर्मी और अफसर भी घायल हुए हैं। घायलों को अस्‍पताल ले जाया गया।

मामला मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार तक पहुंच गया है। उनसे जांच की मांग की जा रही है। पुलिस ने लोगों को भड़काने के आरोप में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। साथ ही कईयों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रशासन का कहना है कि आंदोलन को जानबूझकर किसी ने उकसाया है। प्रशासनिक जांच की बात भी की जा रही है।