बिहार के नीतीश कुमार दहेज प्रथा पर खासे हमलावर हैं। एक प्रोग्राम में उन्होंने इस पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि शादी करने के लिए कोई दहेज लेगा उससे बढ़कर फालतू चीज कोई नहीं है। शादी होगी तो ही तो पीढ़ी आगे बढ़ेगी। वो यहां तक बोले कि अगर लड़का लड़का शादी कर लेगा तो कोई पैदा होगा क्या। वो बोले कि हम यहां हैं तो मां की वजह से ही।

नीतीश का कहना था कि बिहार सरकार ने शराब बंदी महिलाओं की मांग पर ही की थी। उनकी सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। वो दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी चीजों के खिलाफ लगातार अभियान चलवा रहे हैं। उनका कहना था कि दहेज प्रथा के खिलाफ सभी को आगे आना चाहिए। दरअसल उनका कहना था कि शादी में वर पक्ष को दहेज की मांग नहीं करनी चाहिए।

सोशल मीडिया पर लोगों ने उनके बयान पर तरह तरह से रिएक्ट किया। कुछ लोगों ने यहां तक कहा कि नीतीश समलैंगिकों का विरोध कर रहे हैं तो कुछ ने शराबबंदी को लेकर बिहार के सीएम पर तंज कसे। एक ने सीएम पर तंज कस कहा कि मुख्यमंत्री जी महिला के सम्मान में 10 कदम आगे रहते हैं। बहुत चिंता है महिलाओं की। एक ने लिखा कि भारत में बात का बतंगड़ बना दिया जाता है। कुछ लोगों का यही काम है।

अजय कुमार का कहना था कि शराब बंदी को चिंता आप मत कीजिए मुख्य्मंत्री जी, क्योंकि शराबबंदी आपसे क्या किसी भी राजनेता से नहीं होगी। बिहार में शराबबंदी फेल हैं पूरी तरह से सिर्फ मुख्यमंत्री का जिद अभी तक है, जिसके वजह से अभी कहा जा रहा है की शराब बंदी बिहार में लागू है।

उधर, एक यूजर ने लिखा कि नीतीश जी की सोच अच्छी है। लोगों को बगैर दहेज के शादी करनी चाहिए। आखिर एक लड़की अपने पिता का घर छोड़कर ही ससुराल आती है और सदा के लिए उनकी बन जाती है। लड़के के साथ तो ऐसा नहीं होता। तो फिर दहेज किस बात का।