राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक हेड कांस्टेबल को सोमवार (4 फरवरी, 2019) को सुपौल जिले में 19 वर्षीय एक युवक के किराए के घर पर छापेमारी के दौरान नशे की हालत में गिरफ्तार किया गया। राज्य में शराब की बिक्री और खपत पर बैन है। खबर के मुताबिक पुलिस कांस्टेबल मुकेश कुमार दिल्ली से गई उस टीम का हिस्सा थे जो राष्ट्रीय राजधानी की 17 वर्षीय लड़की को भगाने के मामले में 19 वर्षीय युवक को गिरफ्तार करने बिहार पहुंचे थी। बता दें कि युवक माधेपुरा जिले के मधुरचक गांव का मूल निवासी है, हालांकि उसका परिवार दिल्ली में निवास करता है।

स्थानीय निवासियों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस के एएसआई एसएन दत्ता के नेतृत्व में जब एक टीम छापा मारने पहुंची तो मुकेश कुमार ने हंगामा कर दिया। कांस्टेबल में नशे में इतना धुत था कि स्थानीय लोगों को उसे काबू में करने के लिए आगे आना पड़ा। बाद में एक्साइज विभाग को इसकी सूचना दी गई और कांस्टेबल को गिरफ्तार किया गया और बाद में हिरासत में भेज दिया गया।

एक अधिकारी ने बताया कि आबकारी और पुलिस अधिकारियों को कुमार को पकड़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उसके सहयोगियों ने भी गिरफ्तारी के समय खूब हंगामा किया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस कांस्टेबल को जब ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट से गुजरने को कहा गया और टेस्ट में फेल होने पर कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया।

बता दें कि 19 वर्षीय युवा कथित तौर पर एक लड़की संग भागकर बिहार आ गया। इसपर लड़की के पिता ने युवक के खिलाफ पुलिस में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। हालांकि पुलिस जब युवती को वापस ले जाने के लिए पहुंची तो उसने परिजनों संग जाने से इनकार कर दिया।