बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय स्टील मंत्री और जेडीयू नेता आरसीपी सिंह को राज्यसभा का टिकट देने से इनकार कर दिया है। नीतीश कुमार के इस फैसले बाद अगर सिंह को केंद्र की ओर से अगले 6 महीने का एक्सटेंशन पीरियड नहीं दिया जाता है तो सिंह आगे मोदी सरकार की कैबिनेट का हिस्सा नहीं होगे। इसका सीधा मतलब यह है कि जनता दल यूनाइटेड (JDU)  ने केंद्रीय कैबिनेट से अलग होने का फैसला कर लिया है।

पिछले कुछ समय से देखा गया है कि गठबंधन में सत्ता चला रहे नीतिश कुमार की पार्टी जेडीयू और भाजपा में एक ही मुद्दे को लेकर अलग-अलग राय रही है। वहीं, मुख्यमंत्री ने भी विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ मेलजोल बढ़ाया है।

राज्यसभा टिकट नहीं मिलने के बाद स्टील मंत्री आरसीपी सिंह के पास केवल दो विकल्प बच जाते हैं। वह मोदी कैबिनेट से अपना इस्तीफा सौंप दें या फिर पीएम उन्हें 6 महीने का एक्सटेंशन पीरियड दे दें।

नीतीश कुमार की ओर से राज्य सभा का टिकट जेडीयू झारखंड के अध्यक्ष खीरू महतो को दिया गया है, वे भी कुर्मी जाती से आते हैं, जिससे आरसीपी सिंह आते हैं।

कांग्रेस – भाजपा ने भी जारी की राज्यसभा उम्मीदवारों की सूची

भाजपा ने 16 राज्यसभा उम्मीदवारों को इस बार मैदान में उतारा है। सूची के मुताबिक मध्य प्रदेश से कविता पाटीदार, कर्नाटक से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा जग्गेश, महाराष्ट्र से पियूष गोयल और डॉ. अनिल सुखदेवराव बोंडे, राजस्थान से घनश्याम तिवारी, उप्र से लक्ष्मीकांत वाजपेयी, डॉ. राधा मोहन अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नागर, बाबू राम निषाद, दर्शना सिंह, संगीता यादव का नाम फाइनल किया गया है। उत्तराखंड से डॉ. कल्पना सैनी, बिहार से सतीश चंद्र दुबे, शंभू शरण पटेल और हरियाणा से कृष्ण लाल पंवार के नाम को हरी झंडी दिखाई गई है।

कांग्रेस ने 10 राज्य सभा उम्मीदवारों की सूची जारी की है।  गांधी परिवार के खासमखास माने जाने वाले रणदीप सुरजेवाला को राजस्थान से मैदान में उतारा है। हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा से उनका आंकड़ा ठीक न होने की वजह से उन्हें राजस्थान भेजा गया। छत्तीसगढ़ से राजीव शुक्ला, रंजीत रंजन, हरियाणा से अजय माकन, कर्नाटक से जयराम रमेश, मप्र से विवेक तनखैया, महाराष्ट्र से इमरान प्रतापगढ़ी, राजस्थान से सुरजेवाला के अलावा मुकुल वासनिक व प्रमोद तिवारी को ऊपरी सदन भेजा जा रहा है। जबकि पी चिदंबरम तमिलनाडु से राज्यसभा जाएंगे। जी-23 खेमे के गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को टिकट नहीं दी गई। कपिल सिब्बल पहले ही बागी होकर सपा से नामांकन करा चुके हैं।