चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के मैन्युअल उल्लंघन को लेकर हाई कोर्ट ने रिम्स के निदेशक को भी जबरदस्त फटकार लगाई। दरअसल हाई कोर्ट ने लालू प्रसाद को स्पेशल ट्रीटमेंट देने और उनकी बीमारी के मामले में रिम्स से रिपोर्ट मांगी थी जो अब तक पेश नहीं की गई है। पिछले दिनों यह भी रिपोर्ट आई थी कि लालू यादव की तबीयत बहुत खराब हो गई है। इसके चलते वह पिछली सुनवाई में भी हाज़िर नहीं हो सके थे।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब राज्य सरकार ने कहा कि रिम्स की तरफ से लालू प्रसाद यादव की मेडिकल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। इसपर कोर्ट ने भड़कते हुए कहा कि क्या कोर्ट का आदेश समझ में नहीं आ रहा है। इतना लापरवाही वाला रवैया क्यों अपनाया जा रहा है।जज ने कहा, हम आपको आखिरी मौका दे रहे हैं। कोई बहाना न बनाएं। 19 तारीख से पहले मेडिकल रिपोर्ट कोर्ट में जमा करें।

कोर्ट में सरकार ने कहा, जेल मैन्युअल उल्लंघन के मामले में गृह विभाग को एसओपी बनाकर भेजा गया है। रिम्स ने अभी मेडिकल रिपोर्ट नहीं सौंपी है। इसके लिए कुछ और समय चाहिए। इसपर जज ने कहा, बहानेबाजी न करें और कोर्ट को घुमाने की कोशिश न करिए। यह तरीका सही नहीं है। तीसरी बार ऐसा हुआ है जब रिपोर्ट नहीं मिली। 19 तारीख को मेडिकल रिपोर्ट के साथ पूरी रिपोर्ट फाइल करें। दरअसल सरकार ने कोर्ट में कहा कि रिम्स के डॉक्टर नए आए हैं इसलिए रिपोर्ट नहीं मिल पा रही।

यह मामला लालू प्रसाद यादव को रिम्स से बंगले में और फिर वहां से अस्पताल में भेजने का है। इसके अलावा राज्य सरकार के खिलाफ याचिका दाखिल करके यह भी पूछा गया है कि लालू प्रसाद यादव को स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों दिया जा रहा है। बता दें कि लालू प्रसाद यादव का स्वास्थ्य लंबे समय से खराब बताया जा रहा है। तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनकी किडनी केवल 25 प्रतिशत ही काम करती है। थोड़े दिन पहले ही उनकी हालत गंभीर होने की भी बात कही गई थी। इसके बाद उन्हें एयर ऐंबुलेंस से रिम्स से दिल्ली एम्स लाया गया।