बिहार के जोकीहाट विधान सभा सीट के लिए इस महीने 28 मई को वोट डाले जाएंगे। चुनाव आयोग इसका एलान कर चुका है लेकिन वहां उम्मीदवारी को लेकर राजद नेता और भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन के घर में ही जंग छिड़ी हुई है। जहां एक तरफ तस्लीमुद्दीन के छोटे बेटे शाहनवाज पहले ही राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने का एलान कर चुके हैं, वहीं जोकीहाट विधान सभा सीट से इस्तीफा देकर पिता की जगह अररिया से सांसद बनने वाले सरफराज आलम के बेटे मोहम्मद आमिर भी ताल ठोक रहे हैं। स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक मोहम्मद आमिर नए तरीके से सोशल मीडिया पर अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं और खुद को राजद के टिकट का दावेदार बता रहे हैं। इस बात से उनके चाचा खफा हैं।
बता दें कि सरफराज आलम इस सीट पर जेडीयू के विधायक थे। उन्होंने इस्तीफा देकर राजद ज्वाइन की और अररिया लोक सभा उप चुनाव लड़ा था। इधर, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में शीर्ष नेतृत्व के लिए चाचा-भतीजे ने चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। फिलहाल न तो तस्लीमुद्दीन परिवार का कोई सदस्य और न ही पार्टी की तरफ से कोई भी इस मुद्दे पर कुछ बोलने को तैयार है। जोकीहाट विधान सभा क्षेत्र अररिया संसदीय क्षेत्र के तहत आता है। इस सीट पर वोटों की गिनती 31 मई को होगी।
इसी साल 11 मार्च को अररिया लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव में राजद के सरफराज आलम ने 61 हजार 988 वोटों से भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को हराया था। आरजेडी को कुल पांच लाख नौ हजार तीन सौ चौंतीस (5,09,334) वोट मिले थे, जबकि भाजपा को सिर्फ चार लाख सैंतालिस हजार तीन सौ छियालीस (4,47,346) वोट मिले थे। अररिया सीट पर 59 फीसदी वोटिंग हुई थी। 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बाद भी इस सीट पर भाजपा हार गई थी। यहां से आरजेडी के तस्लीमुद्दीन ने बड़ी जीत दर्ज की थी। यह मुस्लिम बहुल क्षेत्र है। बीजेपी नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान आपत्तिजनक बयान भी दिया था कि अगर सरफराज जीतते हैं तो अररिया आईएसआई का गढ़ बन जाएगा।