बिहार के छपरा शहर में शुक्रवार को एक धार्मिक शोभायात्रा निकालने के दौरान दो पक्षों में झड़प होने का मामला समाने आया है। स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए राज्य के गृह विभाग ने दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवा को निलंबित कर दिया है। पुलिस के अनुसार, सारण जिला के मुख्यालय छपरा के भगवान बाजार इलाके में यह झड़प तब हुई जब देवी दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शोभायात्रा निकाली जा रही थी।
जिला पुलिस ने कहा, ‘‘शोभायात्रा के दौरान पूरे जोर-शोर से संगीत बजाया जा रहा था। इसके विरोध में कुछ असामाजिक तत्वों ने शोभायात्रा में शामिल लोगों पर पथराव कर दिया। पुलिस के मौके पर पहुंचने और प्रतिमाओं के विसर्जन की जिम्मेदारी लेने के बाद स्थिति पर काबू पा लिया गया।’’ प्रभावित इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और आगे की कार्रवाई के लिए वीडियो फुटेज की मदद से उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।
दो दिन तक इंटरनेट सेवा बैन
इस बीच, राज्य के गृह विभाग ने कहा कि उसे इनपुट मिले हैं कि प्रभावित क्षेत्रों में असामाजिक तत्व आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर रहे थे, जो सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप जान-माल का नुकसान हो सकता है। विभाग ने कहा कि भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम के तहत राज्य सरकार की आपातकालीन शक्तियों के तहत रविवार शाम छह बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित किया गया है।
विभाग ने कहा कि प्रतिबंध छपरा के सदर अनुमंडल इलाके में प्रभावी रहेंगे, जहां इस अवधि के दौरान व्हाट्सऐप, फेसबुक, ‘X’, स्नैपचैट, यूट्यूब, टेलीग्राम के माध्यम से सभी प्रकार के मैसेज और को शेयर करने पर रोक रहेगी।
ओडिशा में तनाव
वहीं, दूसरी ओर ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के एक गांव में शुक्रवार तड़के दो समूहों के बीच हुई झड़प में कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक स्थिति को शांतिपूर्ण और सामान्य बनाने के लिए मंचेश्वर पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव में पुलिस की दो प्लाटून तैनात की गयी हैं। गांव के दो वार्ड के लोगों के बीच हुई इस मारपीट में कई लोग घायल हो गये। हालांकि, झड़प के पीछे का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन पुलिस को हिंसा के पीछे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता होने का संदेह है।
पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों के दो गुटों में पिछले पंचायत चुनाव के बाद से ही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही थी। इसी के परिणामस्वरूप शुक्रवार तड़के दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर पथराव और बोतलें फेंकना शुरू कर दिया। झड़प में कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हो गये। भुवनेश्वर के जोन-5 के सहायक पुलिस आयुक्त गौतम किसान ने कहा, ‘‘ इस घटना की सूचना मिलने के बाद हम मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गांव में दो प्लाटून पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति अब नियंत्रण में है।’’