जब से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी का साथ छोड़ा है, उसके बाद से ही दोनों दलों के बीच राजनीतिक हमले तेज हो गए हैं। कुछ दिन पहले मणिपुर में जेडीयू के 6 में से 5 विधायकों ने बीजेपी की सदस्यता ले ली थी, जिसपर जेडीयू, बीजेपी पर भड़क गई थी और बीजेपी पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया था। वहीं अब दमन और दीव में बीजेपी ने नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है।

बीजेपी ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि दमन और दीव में जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य बीजेपी में शामिल हो गए। इसके साथ ही बीजेपी ने दावा किया कि जेडीयू की पूरी दमन और दीव की राज्य इकाई बीजेपी में शामिल हो गई। बीजेपी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “नीतीश कुमार द्वारा बिहार में विकास को गति देने वाली भाजपा का साथ छोड़कर बाहुबली, भ्रष्ट एवं परिवारवादी पार्टी का साथ देने के विरोध में दानह एवं दमन दीव के जेडीयू के 17 में से 15 जिला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश जेडीयू की पूरी ईकाई आज भाजपा में शामिल हुई।”

मणिपुर के बाद दमन और दीव में जेडीयू को बड़ा झटका लगा है और इससे जेडीयू को राष्ट्रीय पार्टी बनने में नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। दरअसल जेडीयू 2024 से पहले राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाना चाहती है। कुछ दिन पहले जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने दावा किया था कि 2023 के आखिर तक जेडीयू राष्ट्रीय पार्टी बन जाएगी।

25 अगस्त 2022 को अरुणाचल प्रदेश के एकमात्र जदयू विधायक राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। जेडीयू विधायक टेची कासो के भाजपा में शामिल होने के बाद बीजेपी की संख्या 60 सदस्यीय विधानसभा में 49 पहुँच गई। इसके साथ जेडीयू के 9 पार्षदों में से 8 पार्षद भी भाजपा में शामिल हो गए थे।

पिछले महीने 9 अगस्त को नीतीश कुमार ने बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ लिया था और आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।नीतीश कुमार ने 10 अगस्त को आठवीं बार फिर सीएम पद की शपथ ली और तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।