लोकसभा चुनाव से चंद महीने पहले हिंदी हार्टलैंड के तीन राज्य गंवाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बिहार से थोड़ी सांत्वना भरी खबर आई है। इंडिया टुडे के ताजा पोलिटिकल स्टॉक एक्सजेंच (PSE) के सर्व के मुताबिक पिछले तीन महीने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता में खासी बढ़ोतरी हुई है। सर्वे के मुताबिक बिहार में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में तीन फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि राज्य में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता सिंतबर 58 फीसदी थी जो नंवबर में बढ़कर 60 फीसदी हो गई और अभी के दिनों में यह एक फीसदी और बढ़कर 61 फीसती तक पहुंच गई। सर्वे में करीब 60 फीसदी लोगों ने पिछले साढ़े चार साल में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार से संतुष्ट होने की बात कही। PSE डेटा इंडिया टुडे ग्रुप के लिए एक्सिस माई इंडिया ने संकलित किया है।
जानना चाहिए की इसी महीने की 11 तारीख को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे भाजपा के पक्ष में नहीं आए। तीनों में राज्यों में भाजपा को सत्ता से हाथ धोना पड़ा और सत्ता कांग्रेस के पास चली गई। ऐसे में PSE का सर्वे भाजपा के लिए खासा सांत्वना भरा हो सकता है। पिछले सप्ताह बताया गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की लोकप्रिया इस महीने घटकर 38 फीसदी तक आ गई जबकि सितंबर में यह 43 फीसदी थी।
हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिनकी लोकप्रियता सितंबर में 46 फीसदी थी वो नवंबर में बढ़कर 48 फीसदी हो गई और दिसंबर में यह बढ़कर 49 फीसदी हो गई। सर्वे में ऐसा दावा किया गया है। खास बात यह है कि बिहार की नीतीश कुमार सरकार की रेटिंग में खासा इजाफा हुआ है। सरकार चलाने के मामले में एक महीना पहले जहां उनकी रेटिंग 46 फीसदी थी वो इस माह 54 फीसदी लोगों ने उनकी सरकार से संतुष्ट होने की बात कही है।
नवंबर, 2015 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन ने राज्य की 243 सीटों में से 178 सीटों पर जीत दर्ज की थी। तब विपक्षी दल भाजपा महज 53 सीटों जीत पाई थी जबकि गठबंधन उम्मीदवारों ने पांच सीटें जीतीं।
पिछले साल जुलाई में बिहार महागठबंधन टूट गया और बिहार के मुख्यमंत्री ने तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते पद से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी तब नीतीश सरकार में उप मुख्यमंत्री थे। महागठबंधन टूटने के चंद घंटों बाद नीतीश ने भाजपा के सहयोग फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
निष्कर्षों में यह भी पता चला है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अपने पिता लालू यादव से भी ज्यादा लोकप्रिय नेता के रूप में उभरे हैं। सर्वे में 36 फीसदी लोगों ने तेजस्वी यादव को लोकप्रिय नेता बताया जबकि दिग्गज आरजेडी चीफ लालू यादव को 26 रेटिंग मिलीं।
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकप्रियता में पिछले तीन महीने में खासा उतार चढ़ाव आया है। सर्वे में बताया गया कि सितंबर में बिहार के 32 फीसदी लोगों ने राहुल गांधी को भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देखा जबकि पिछले महीना यह आंकड़ा गिरकर 28 फीसदी पर आ गया, हालांकि चौंकाते हुए इस महीना यह बढ़कर 34 फीसदी तक पहुंच गया।