राज्य में 3.57 लाख शिक्षकों का वेतन बढ़ना अभी बाकी है। बताया जा रहा है कि मामला वित्त विभाग में अटका हुआ है। राज्य के शिक्षकों को 1 अप्रैल से 15 फीसदी बढ़ा हुआ वेतन मिलना चाहिए था। हालांकि अब तक शिक्षक इंतजार ही कर रहे हैं। शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित फाइल जुलाई में ही वित्त विभाग को भेजी थी। बताया जा रहा है कि अगले साल की शुरुआत में ही शिक्षकों और लाइब्रेरियन्स को बढ़ा हुआ वेतन पिछले एरियर के साथ मिलेगा।

पंचायत और नगर निकायों के द्वारा बहाल किए गए शिक्षकों को यह लाभ मिलना है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि वित्त विभाग से फाइल लौटेगी. तभी शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन मिल पाएगा।

बता दें कि अप्रैल के आखिरी में ही बता दिया गया था कि इन शिक्षकों के वेतन में वृद्धि का रास्ता साफ हो गया है। उम्मीद थी कि सितंबर से इसका भुगतान भी शुरू हो जाएगा लेकिन फाइल वित्त विभाग में जाकर अटक गई। जबकि वित्त विभाग ने ही शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के लिए सरकार ने राशि भी जारी कर दी थी। तब से शिक्षक अपने बढ़े हुए वेतन का इंतजार कर रहे हैं।

शिक्षा विभाग ने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों और पुस्तकालय अध्यक्षों के लिए 2043 करोड़ 97 लाख 94 हजार रुपये की राशि जारी की थी। शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया था कि औपचारिक आदेश जारी होने के बाद ही यह नया वेतन लागू किया जाएगा।

अभी विभागीय स्तर पर औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। शिक्षक अपने बढ़े हुए वेतन के इंतजार में हैं और उन्हें यही बताया जा रहा है कि वित्त विभाग में फाइल अटकी हुई है। हालांकि यह आश्वासन दिया जा रहा है कि अप्रैल से एरियर जोड़कर सारा भुगतान शिक्षकों को किया जाएगा।