Buxar: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों और श्री रामचरितमानस के अपमान से दुखी होकर शुक्रवार को मौन व्रत पर बैठ गए। अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) बक्सर में अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत पर बैठे।
Ramcharitmanas के अपमान पर अश्विनी चौबे का मौन व्रत
केंद्रीय मंत्री चौबे ने ट्वीट कर बताया, “अध्यात्म और धर्म की नगरी बक्सर में किसानों पर हुई पुलिस की बर्बरता, बिहार सरकार की दमनकारी नीतियों तथा श्री रामचरितमानस ग्रंथ के अपमान से अत्यंत दुखी हूं। बिहार के कल्याण और शांति के लिए बक्सर के डॉक्टर अंबेडकर चौक पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा के नीचे मौन व्रत आज रख रहा हूं। प्रभु श्रीराम बिहार सरकार को सद्बुद्धि दे। किसानों और युवाओं पर अत्याचार बंद हो।”
चौसा में पुलिसिया बर्बरता और हिंसा से दुखी केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे अंबेडकर चौक पर शुक्रवार सुबह 11 बजे से शनिवार सुबह 11 बजे तक मौन व्रत पर बैठे रहेंगे।
Ashwini Choubey के काफिले पर पथराव
इससे पहले बुधवार को बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे के काफिले पर पथराव किया गया था। उनके खिलाफ नारेबाजी की गई। इस दौरान अश्विनी चौबे मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए। बक्सर-चौसा के बनारपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री को सुरक्षाकर्मियों के घेरे में सुरक्षित बाहर निकाला गया। दरअसल, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे थर्मल पावर प्लांट पर आगजनी के बाद किसानों से बातचीत करने बनारपुर गांव पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कुछ किसानों से बातचीत भी की थी, लेकिन वहां उमड़ी भीड़ उग्र हो गई। किसानों ने उनसे पूछा कि आखिर इतने दिन तक कहां थे? आंदोलन 86 दिन से भी ज्यादा दिन से चल रहा था।
Buxar में पावर प्लांट में हंगामा
बिहार के बक्सर जिले में पुलिस ने किसानों को बुरी तरह पीटा। दर्जनों पुलिसकर्मियों ने किसानों के घर धावा बोल दिया और आधी रात को उन्हें डंडों से बुरी तरह पीटा। इसके बाद बुधवार सुबह किसानों ने पावर प्लांट पहुंचकर जमकर हंगामा किया और गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। इस दौरान किसानों ने एक पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया।
दरअसल, बक्सर के चौसा गांव में सतलुज जल विद्युत निगम के थर्मल पावर प्लांट के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया है। किसान इस अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजे की मांग रहे हैं, जिसे लेकर उनका प्रदर्शन चल रहा है।