बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) एक्सरसाइज पर विपक्षी दल जमकर बवाल मचा रहे हैं। बीजेपी की तरफ से SIR पर सवाल उठाए जाने को लेकर विपक्षी दलों की निंदा की जा रही है। अब बीजेपी नेता अजय आलोक ने राजद, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर बड़ा प्रहार किया है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि विपक्षी दल के नेता ‘व्याकुल भारत’ हो रहे हैं। उन्हें अपने बांग्लादेशी, रोहिंग्या, म्यांमारी और नेपाली भाइयों की चिंता हो रही है। चुनाव आयोग अपना काम कर रहा है। जो मृत वोटर हैं, जो डबल वोटर हैं उनको भी शामिल कर रहे है कि उनके भी नाम काटे जाएंगे, इससे किसी को परेशानी नहीं है।
अजय आलोक ने आगे कहा कि वोटर लिस्ट के 88.1% लोग अपना फॉर्म अपलोड कर चुके हैं। अगर इसके बाद भी विपक्ष को परेशानी है तो इसकी वजह समझी जा सकती है।
बिहार से बाहर रह रहे लोगों को वोट डालने में नहीं होगी परेशानी, चुनाव आयोग ने उठाया बड़ा कदम
कन्हैया कुमार बोले- पुनरीक्षण के नाम NRC नहीं हो सकती
नेता कन्हैया कुमार ने मंगलवार को कहा कि नागरिकता प्रमाणित करना निर्वाचन आयोग का काम नहीं है तथा SIR के नाम पर NRC शुरू नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह दावा भी किया कि अब आयोग अपने ही तर्कों में फंस गया है और ‘मुद्दा भटकाओ योजना’ के तहत नेपाल, म्यांमा और बांग्लादेश के लोगों के बिहार में होने की कहानी गढ़ रहा है।
कन्हैया कुमार ने कहा, “यदि 2003 की पुनरीक्षण की प्रक्रिया गलत थी, तो उसके बाद के सभी चुनाव गलत हैं…क्या नरेन्द्र मोदी जी को म्यांमा और नेपाल के लोगों ने वोट दिया…अगर ऐसा है तो फिर बिहार के सभी 40 सांसदों को अयोग्य घोषित करिए और फिर से चुनाव करवाइए।”
उन्होंने ने एक सवाल के जवाब में कहा, “क्या मतदाता सूची किसी राजनीतिक दल ने बनाया या निर्वाचन आयोग ने बनाया। इसका यह मतलब है कि निर्वाचन आयोग ने माना कि उसने अशुद्ध मतदाता सूची बनाई। बिहार में गंगा बहती है, एक बार मतदाता सूची को उसमें डुबकी लगवा दीजिए, शुद्ध हो जाएगी। यह (आयोग का तर्क) कोई बात होती है। आप अपनी ही प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर रहे हैं।” (इनपुट – ANI / भाषा)