राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव गणतंत्र दिवस पर पार्टी कार्यालय पहुंचे तो वहां उन्हें दरवाजे बंद मिले। शनिवार (26 जनवरी) को वहां बंद ताला देखते ही वह बुरी तरह भड़क उठे थे। ऐसे में उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के खिलाफ नाराजगी जताई। तेजप्रताप बोले कि वह पूर्वे के खिलाफ कार्रवाई को लेकर छोटे भाई तेजस्वी से बात करेंगे।

समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, तेजप्रताप उस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देने पहुंचे थे। ताला बंद मिलने पर उन्होंने कार्यालय के केयरटेकर को बुलवाया और परिसर खुलवाया। उन्होंने कहा, “यह बेहद गंभीर मामला है, क्योंकि कोई भी पार्टी गणतंत्र दिवस पर अपने दरवाजे बंद नहीं रखती है। यह एक ऐसा अवसर है, जब पार्टी के सहयोगियों से बातचीत करने का मौका मिलता है।”

बकौल लालू के बड़े बेटे, “केयरटेकर मदन ने मुझे बताया कि आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे के निर्देश पर परिसर को दिन भर के लिए बंद कर दिया गया था।” उनके मुताबिक, ऐसा लगता है कि पार्टी में पुराने लोग युवाओं से असहज हैं, जिसकी मिसाल वे स्वयं और तेजस्वी (उनके छोट भाई) हैं।

आरजेडी कार्यालय में हालिया दिनों में आयोजित जनता दरबार का जिक्र करते हुए तेजप्रताप ने पूर्वे पर असहज महसूस करने का आरोप लगाया। तेज बोले- अगर पूर्वे पार्टी में बने रहना चाहते हैं तो उन्हें अपना व्यवहार बेहतर करना होगा। मैं इस बाबत तेजस्वी से बात कर कड़ी कार्रवाई की मांग करूंगा। हालांकि, इस मसले पर पूर्वे की प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं आई है।

हालांकि, 26 जनवरी पर पार्टी दफ्तर जाने के अलावा उन्होंने घर पर भी ध्वजारोहण कराया और संविधान को महफूज रखने की शपथ ली। आवास पर तिरंगा फहराने के बाद उससे संबंधित कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कीं। तेजप्रताप ने एक अन्य ट्वीट में सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।