Bihar politics: बिहार में जेडीयू और भाजपा की राहें अलग होने के बाद पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने महागठबंधन की सरकार में आठवीं बार बिहार के सीएम के तौर पर शपथ ली। वहीं, दूसरी ओर चुनावी रणनीतिकार और नीतीश कुमार के साथ काम कर चुके प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) भी सक्रिय राजनीति में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। पीके इन दिनों अपनी पार्टी खड़ी करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रशांत किशोर की राजनीतिक पार्टी 2024 के मध्य तक अस्तित्व में आ सकती है। माना जा रहा है कि वह 2025 बिहार विधानसभा चुनाव में भी उतर सकते हैं। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बात करते हुए पीके की टीम के एक सदस्य ने कहा कि हम बिहार की राजनीति को बाहर से देखते आ रहे हैं, अब अंदर घुसने का समय आ गया है।
बिहार को राजनीतिक विकल्प देने का प्रयास: मई 2022 में शुरू किए गए ‘जन सुराज’ यात्रा के जरिए पीके ने अपनी पार्टी को आकार देना शुरू कर दिया है। उनका दावा है कि वह बिहार को एक ऐसा राजनीतिक विकल्प देने का प्रयास कर रहे हैं जो जाति की राजनीति से ऊपर बिहार के पिछड़ेपन के पीछे के मूल मुद्दों तक पहुंच सके। इस बीच पीके बिहार के कई जिलों में लगभग 150-200 जनसभाएं कर चुके हैं।
वह 2 अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाली पदयात्रा के जरिए पूरे राज्य का दौरा करेंगे और लोगों से मिलने के लिए हर पंचायत और ब्लॉक तक पहुंचेंगे। प्रशांत किशोर के अनुसार, उनकी पदयात्रा के डेढ़ साल में पूरा होने की उम्मीद है, जिसके बाद पार्टी का ऐलान किया जाएगा।
लोगों को विकल्प की तलाश: सूत्रों के मुताबिक, प्रशांत किशोर और उनकी टीम ने पूरे बिहार में सर्वे किया। जिसमें उन्होंने पाया कि राज्य में 67 प्रतिशत लोग मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था का विकल्प चाहते हैं और पिछली सरकारों से संतुष्ट नहीं हैं। जिसके बाद पीके ने उनके साथ आने के इच्छुक लोगों के लिए एक फोन नंबर जारी किया। प्रशांत किशोर की टीम के मुताबिक, 2 मई 2022 को जब यह अभियान शुरू हुआ तो 17,000 लोगों ने इस नंबर पर कॉल किया और वर्तमान में यह संख्या 75,000 तक पहुंच गई है।
75 लाख से 1 करोड़ लोग संपर्क में: उनकी टीम के सदस्यों ने दावा किया कि आंदोलन के डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसे बात बिहार की, जन सुराज और फैन क्लब के माध्यम से किशोर लगभग 25 लाख लोगों तक पहुंचने में सफल रहे हैं। प्रशांत किशोर की टीम के एक सदस्य ने बताया कि अगर हम डिजिटल में इन तीन प्लेटफार्मों की बात करते हैं तो हमारे पास 75 लाख से 1 करोड़ लोग हैं जो हमारे संपर्क में हैं। 8 अगस्त को सीवान में एक ब्लॉक लेवल कमेटी जन सुराज अभियान समिति का गठन किया गया। सूत्रों ने कहा कि टीम अगले छह महीनों के अंदर राज्य के हर ब्लॉक में 40-50 सदस्यों के साथ ऐसी समितियां स्थापित करने की योजना बना रही है।