Bihar Agriculture Minister Sudhakar Singh Rice Scam Case: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद भाजपा लगातार हमलावर है। पटना में बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के ऊपर चावल घोटाले मामले पर खुलासा करते हुए सीएम नीतीश कुमार से मंत्री सुधाकर सिंह को हटाने की मांग की है। उन्होंने सवाल किया कि क्या नीतीश कुमार अपनी नीती में बदलाव करके सुधाकर सिंह को राहत देंगे। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सहकारिता विभाग की भी बहुत बड़ी भूमिका है।

सुशील मोदी ने कहा कि इसका जवाब नीतीश कुमार को देना है कि जिस मंत्री पर राज्य सरकार का 12 करोड़ का बकाया है। क्या उसे मंत्री बनाए रखना उचित होगा। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के नाम से दो चावल मिल हैं और दोनों चावल मिल पर राज्य खाद्य निगम ने धान लेकर चावल नहीं देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करवायी थी।

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि चावल घोटाला आरोप मामले में वर्तमान कृषि मंत्री जेल में भी रहे हैं और हाईकोर्ट में 60 लाख रुपये जमा करने के बाद उन्हें जमानत मिली थी। आज वो बेल पर है और मंन्त्री हैं। अभी भी वो चावल घोटाले मामले में उन्हें क्लीन चिट नहीं मिली है, दोनों मिल के चावल गबन की राशि और अभी तक के सूद को जोड़ ले तो 12 करोड़ रुपये कृषि मंत्री को चुकाना है।

उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह के कृषि मंत्री बनते ही राज्य सरकार के नीति पर सवाल उठाए थे, हमें आशंका है कि मंत्री बनकर ये चावल मिल को लेकर जो नियम है, उसे ही ना बदल दें। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से हम मांग करते हैं कि ऐसे मंत्री को फौरन मंत्रिमंडल से हटाया जाए, जिस पर राज्य सरकार ने धान लेकर चावल नहीं देने का मामला दर्ज करवाया है।

बता दें, नीतीश कुमार के पहले के कार्यकाल के दौरान सिंह पर 2013 में चावल घोटाले का आरोप लगा था। उनके खिलाफ रामगढ़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। प्राथमिकी के अनुसार, सुधाकर सिंह की चावल मिल का सरकार के साथ चावल प्रसंस्करण समझौता था और उन्होंने सरकार द्वारा प्रदान किए गए चावल को चुरा लिया। इस घोटाले में 80 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गईं और कई लोगों को गिरफ्तार किया गया।