देश में सरकारी अस्पतालों की बदहाल व्यवस्था का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिस पर विश्वास करना भी मुश्किल है। दरअसल बिहार के एक सरकारी अस्पताल में एक मरीज का कटा पैर कुत्ता उठाकर ले गया। हैरानी की बात ये है कि इस पर किसी की नजर भी नहीं पड़ी और जब पता चला तो कुत्ते की काफी तलाश की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। उधर मरीज ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला बिहार के बक्सर के सदर अस्पताल का है। खबर के अनुसार, जीआरपी ने रविवार शाम को बक्सर के सदर अस्पताल में आरा के रहने वाले रामनाथ मिश्रा को भर्ती करवाया था। दरअसल रामनाथ मिश्रा श्रमजीवी एक्सप्रेस पर चढ़ते हुए फिसलकर गिर गए थे।
इस हादसे में रामनाथ मिश्रा बुरी तरह से घायल हो गए और उनका एक हाथ और एक पैर बुरी तरह से जख्मी हो गया। बताया जा रहा है कि गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों को इलाज के दौरान रामनाथ मिश्रा का एक पैर काटना पड़ा। इसी दौरान जब डॉक्टर रामनाथ मिश्रा के इलाज में जुटे थे, तभी अस्पताल में घूम रहा एक कुत्ता वहां पहुंचा और ऑपरेशन थिएटर से मरीज का कटा हुआ पैर उठाकर भाग गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल के कर्मचारिययों ने मरीज के पैर को काफी ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिला। वहीं काफी कोशिशों के बाद भी डॉक्टर रामनाथ मिश्रा को नहीं बचा सके और इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई।
सरकारी अस्पताल की इस बदहाल व्यवस्था पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है। अपने एक ट्वीट में तेजस्वी यादव ने लिखा कि “खबर पढ़कर जनादेश चोर, सजायाफ्ता थीसिस चोर और हत्या आरोपित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गवर्नेंस पर नंबर दीजिए।” वहीं हैरानी की बात है कि सदर अस्पताल के सिविल सर्जन को मामले की जानकारी ही नहीं है। उन्होंने पूरे मामले पर अनभिज्ञता जतायी और कहा कि अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो मामले की जांच करवाने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
