बिहार के अररिया में भीड़ हिंसा का एक मामला सामने आया है। यहां भीड़ ने पशु चोरी के शक में एक 44 वर्षीय महेश यादव की पीट-पीट कर हत्या कर दी। घटना रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के डाक हरीपुर गांव की है। रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र के एसएचओ शिव शरण शाह ने बताया कि गांव वालों ने महेश यादव और उसके दो साथियों को पशु चोरी करने का प्रयास करते हुए पकड़ लिया।

इसके बाद ग्रामीणों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान नरपतगंज के अचरा गांव के निवासी बलराम यादव के बेटे महेश यादव के रूप में हुई।

शोर-शराबा बढ़ने पर महेश के साथी वहां से भाग खड़े हुए। इसके बाद काफी लोग वहां पहुंच गए। आक्रोशित लोगों ने महेश को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि मनोज उस समय अपने खेतों की रखवाली कर रहा था। तभी उसने देखा कि महेश पास के मंदिर परिसर में लगे बल्ब को बुझाने की कोशिश कर रहा है।

इस बात पर जब मनोज ने उसे रोका तो उसने चाकू से मनोज पर हमला कर दिया। इसके बाद मनोज ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर अन्य ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। घटना के बाद डीएसपी मनोज कुमार ने और एसएसओ शिव शरण शाह ने लोगों से पूछताछ की है। घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल है।

महेश पर दर्ज थे आपराधिक मामलेः पुलिस का कहना है महेश यादव पहले भी पशुचोरी की घटनाओं में शामिल रहा है। महेश पर नरपतगंज व फुलकाहा थाने में कई मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार महेश अपने तीन साथियों के साथ चोरी करने गया था। चोरी करने के दौरान ही गांव के युवक से उसकी हाथापाई हो गई।

जनवरी में भीड़ ने बुजुर्ग की कर दी थी हत्याः इससे पहले इस साल जनवरी में भी अररिया में एक बुजुर्ग की पशु चोरी के शक में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। वीडियो में भीड़ 55 साल के बुजुर्ग काबुल को पीटती हुई दिखाई दे रही थी। वहीं बुजुर्ग लोगों से अपनी जान की भीख मांग रहा था। उस समय पुलिस ने कहा था कि हमला करने वाले व पीड़ित एक ही समुदाय के थे।