बिहार के कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद से आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। इस बार उन्होंने विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए नीतीश कुमार के मिशन 2024 को भी निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, कुछ लोगों को लगता है कि स्वर्ग की सीढ़ी पीएम की कुर्सी ही है। इतना ही नहीं सुधाकर सिंह ने यह तक कह दिया कि बिहार में मंत्रियों की हैसियत चपरासी जैसी है, जिनका नाम सिर्फ पेपर पर मंत्री की तौर पर लिखा है।

अपने गृह जिले कैमपुर में रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान आरजेडी विधायक ने नीतीश कुमार का नाम लिए बिना उन पर जमकर हमला बोला। नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों को लामबंद करने में जुटे हैं। इस पर सुधाकर सिंह ने नीतीश को निशाने पर लेते हुए कहा, “कुछ लोग प्रधानमंत्री बनने के लिए इतने बेकरार हैं, जैसे कि स्वर्ग तक जाने का रास्ता सिर्फ पीएम की कुर्सी ही है।”

वहीं, बिहार कैबिनेट में मंत्रियों की हालत को लेकर भी उन्होंने नीतीश पर निशाना साधा। उन्होंने मंत्रियों की चपरासियों से तुलना करते हुए उन्हें रबर स्टैंप बताया है। उन्होंने कहा, “मंत्री सिर्फ नाम के मंत्री हैं और बस पेपर में ही मंत्री हैं। वे सरकार की नजर में चपरासियों की तरह हैं, एक रबर स्टैंप। सचिव मंत्रियों के पास फाइलें ले जाते हैं और वे बस उन पर साइन कर देते हैं, वरना उनके मालिक नाराज हो जाएंगे।”

सुधाकर ने कहा कि हालांकि, नीतीश के नेतृत्व वाली सरकारों को लगभग 17 साल हो गए हैं, लेकिन उनकी पार्टी राजद हाल ही में सत्ता में आई है। उन्होंने कहा, “सरकार पुरानी है लेकिन उसके नए चेहरे हैं। और हर कोई जानता है कि हमें कितना सुना जाता है।”

मंत्री रहते हुए, सुधाकर सरकार के कृषि रोड मैप के आलोचक थे और उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि उनके विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। विवादास्पद टिप्पणियों के बाद उन्होंने 2 अक्टूबर को इस्तीफा दे दिया था। सुधाकर के इस्तीफे के बाद से, उनके पिता और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी पार्टी से नाराज हैं और पार्टी के बड़े कार्यक्रमों से गायब चल रहे हैं।

सुधाकर के राजद सहयोगी भी उनकी टिप्पणियों को लेकर दूरी बनाते दिख रहे हैं। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ये बयान तर्कहीन हैं। तिवारी ने कहा, “नीतीश जी और तेजस्वी जी (उपमुख्यमंत्री) के नेतृत्व वाली सरकार लोगों के लिए काम कर रही है। नौकरी देना हो या अस्पतालों का निरीक्षण, सबका ध्यान लोगों की भलाई के लिए काम करना है और आम लोगों के बारे में चिंतित लोगों को भी सोचना चाहिए।” सुधाकर पर जदयू एमएलसी गुलाम घौस ने पलटवार कर कहा, “जिनमें खुद दोष होते हैं, वह दूसरों में गलतियां ढूंढने लगते हैं।”