Bihar News: बिहार में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। इसका सबसे बड़ा कारण है यहां उद्योग धंधे की कमी है। जिसकी वजह से नौकरी की तलाश में लोग दूसरे राज्यों में पलायन करते हैं। तेजस्वी यादव ने साल 2020 के विधानसभा चुनाव में इसी मुद्दे पर जनता से आरजेडी को वोट देने की अपील की थी। वह अपने हर चुनावी रैली में रोजगार देने की बात करते थे। उद्योग लगाने की बात करते थे। वहीं, अब जेडीयू के साथ आरजेडी गठबंधन की सरकार है। तो इस मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछा जाता है। इस मुद्दे पर सवाल भी पूछना लाजिमी है, क्योंकि आरजेडी कोटे से बिहार सरकार में समीर कुमार महासेठ उद्योग मंत्री हैं। समीर कुमार महासेठ बिहार कैबिनेट के सबसे धनी मंत्री भी हैं।
वहीं, बिहार सरकार में मंत्री से प्रदेश में उद्योग आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम लोग बचपन से देखते आ रहे है, ये हम लोगों के लिए नया नहीं है। उन्होंने आगे बताया, “बिहार को जो जानने वाला है, जो उद्यमी बनना चाहता है। उन्हीं में से बिहार से बाहर के लोगों को बुला रहे हैं। बिहार में उनको तनिक भी ऐसा नहीं बुझाएगा की कोई समस्या है। वह खुद ही बब्बर शेर हैं। बिहार से बाहर भी और बिहार में भी।” समीर महासेठ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब सब शेर है तो बाहर से कौन बात करेगा। वो लोग जो 7-8 चीता बाहर से लाएं है। यहां सब शेर हैं और सब चीता हैं।
नाम में महासेठ जुड़ा होने को बताया था पूर्वजों की गलती
बता दें कि अभी बीते महीने अगस्त में बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने एक बैठक में कहा था कि यहां हम अमीरों के बीच बैठे हुए हैं, संयोग से हमारे नाम में महासेठ जुड़ा हुआ है। ये गलती से पूर्वजों की देन है। सब सेठों के बीच हैं, महासेठ, हम चाहेंगे कि चीजों का सही तरह से अनुपालन हो, उसका ठीक क्रियान्वयन हो। उन्होंने कहा था कि अगर केंद्र सरकार ने 2 करोड़ नौकरी दी होती तो समस्या नहीं होती।
जानिए कौन हैं समीर कुमार महासेठ
बिहार की नीतीश सरकार में समीर कुमार महासेठ उद्योग मंत्री हैं। वह आरजेडी कोटे से मंत्री बने हैं। साल 2015 में पहली बार समीर महासेठ विधानसभा चुनाव जीते थे। समीर महासेठ ने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी रामदेव महतो को हराया था। समीर महासेठ मधुबनी से विधान परिषद सदस्य भी चुने जा चुके हैं। समीर महासेठ के पिता और पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ हैं।