बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कुछ नेता दलितों के मुद्दे पर अपनी ही सरकार पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल के बाद नीतीश सरकार के भाजपा मंत्री जनक राम ने भी राज्य की कानून- व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम ने जबरन धर्म परिवर्तन का मसला उठाते हुए नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है। इस मुद्दे पर जनक राम ने जमुई और गोपालगंज के एसपी-डीएम को पत्र लिखकर गहरी नाराजगी जताई है। मंत्री ने 4 जून को जमुई के डीएम और एसपी को लिखा कि जमुई और गोपालगंज में महादलित लड़कियों का जबरन अपहरण कर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उनसे निकाह कर रहे हैं।
पत्र में मंत्री जनक राम ने कहा है कि जमुई के चंद्रदीप थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन करा दीप नगर मस्जिद में निकाह करने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने चंद्रदीप थाना में अभियुक्तों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें नाबालिग पुत्री का अपहरण कर धर्म परिवर्तन एवं निकाह का जिक्र है।
मंत्री ने कहा कि शिकायत में लड़की के पिता ने लिखा है कि अभियुक्तों के द्वारा उन्हें उनके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। लेकिन पुलिस ने अब तक अभियुक्तों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है और महादलित बस्ती के लोगों को ही परेशान कर रही है।
जनक राम ने कड़े शब्दों में दोनों अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस मामले की जल्द से जल्द जांच कराई जाए। जांच के नतीजों से उन्हें भी अवगत कराया जाए। वहीं 6 जून को गोपालगंज के डीएम और एसपी को लिखा कि कुचायकोट के रहने वाले योगेंद्र राम की लड़की का अल्पसंख्यक समुदाय के मोहम्मद शाहिद द्वारा शादी करने की नीयत से जबरन अपहरण कर लिया गया। इसमें समां प्रवीण और खुशबू खातून की संलिप्तता भी है। ऐसी घटना से महादलित समाज के लोगों के बीच काफी आक्रोश है।