ईस्ट सेंट्रल रेलवे जोन ने बड़ा फैसला लिया है। ईस्ट सेंट्रल रेलवे जोन ने सहरसा जंक्शन के रनिंग रूम में एयर कंडीशनिंग यूनिट्स लगाना शुरू कर दिया है। बता दें कि लोको पायलट्स ने घर से बाहर आराम करने के लिए उनका उपयोग करने से इनकार कर दिया था। लोको पायलट्स ने कहा कि जब 9 मई को तापमान काफी अधिक था, तो उन्होंने स्टेशन के पास रनिंग रूम का बहिष्कार किया और क्रू लॉबी में आराम किया, जो ड्यूटी और नए असाइनमेंट की रिपोर्टिंग के लिए है।

273 एसी मशीनों का दिया गया ऑर्डर

सहरसा जंक्शन के अंतर्गत आने वाले समस्तीपुर डिवीजन ने रनिंग स्टाफ की चिंता को हल करने के लिए तुरंत कार्रवाई की और सभी कमरों और सामान्य क्षेत्रों के लिए 273 एसी मशीनों का ऑर्डर दिया। एक रेलवे अधिकारी ने कहा, “एसी की डिलीवरी शुरू होते ही इंस्टॉलेशन प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी गई और अब बहुत सारे कमरे एयर कंडीशनिंग मशीनों से लैस हैं।”

ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के जोनल अध्यक्ष डीपी श्रीवास्तव ने कहा कि समस्तीपुर डिवीजन गर्मी के मौसम में रनिंग रूम में एसी लगाने के लिए निजी कंपनियों को ठेका देता था। उन्होंने कहा, “निजी कंपनियां टेंडर अवधि समाप्त होने के तुरंत बाद सभी एसी हटा लेती थीं। इसके बाद रेल प्रशासन अगले साल के गर्मी के मौसम के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू करता था।”

‘देश का जितना नुकसान इंदिरा गांधी…’, 1971 की इस घटना को अनिल विज मानते हैं सबसे बड़ी चूक

पहले किराए पर लगता था AC

डीपी श्रीवास्तव ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया के जरिए किराए पर एसी लेने की प्रथा अन्य सभी डिवीजनों में से केवल समस्तीपुर डिवीजन में ही प्रचलित थी। उन्होंने कहा, “यह अच्छी प्रथा नहीं थी क्योंकि टेंडर को अंतिम रूप देने में देरी के कारण अक्सर ऐसी स्थिति उत्पन्न होती थी जब लोको पायलटों को क्रू लॉबी में आराम करना पड़ता था। यह एक अच्छा कदम है कि डिवीजन ने एसी खरीदना शुरू कर दिया है।”

लोको पायलटों ने कहा कि दिन-प्रतिदिन तापमान बढ़ने के कारण रनिंग रूम में आराम से सोना संभव नहीं था और इसलिए उन्हें एसी से सुसज्जित क्रू लॉबी में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक लोको पायलट ने कहा, “मेल और एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर फर्श पर सोते थे क्योंकि क्रू लॉबी में रात के आराम के लिए सुविधाएं नहीं होती हैं। सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए लोको पायलट के लिए अच्छी नींद बहुत ज़रूरी है। रेल प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए।