बिहार के दरभंगा जिले में स्नातक के एक छात्र को 100 में से 151 अंक मिलने का मामला इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है। मामला ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का है। इस मामले को लेकर जब बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘गलती हो गई होगी, इतना आप नहीं समझते। इसमें रिपोर्ट बनाने की क्या जरूरत है।
पत्रकार ने शिक्षा मंत्री से कहा कि यह तो बड़ी गलती है। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘कितना बड़ा मामला हो गया। यह टाइपिंग इरर हो सकता है। कम्प्यूटर में मिस फीडिंग हो सकती है तो यह कितना बड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि गलती किसकी है, इसको जरूर देखा जाएगा।
वहीं इस पूरे मामले पर कॉलेज के प्राचार्य अशोक कुमार का कहना है कि यूनिवर्सिटी को लिखा गया है। यह एक मानवीय भूल है। कम्प्यूटर में मिस फीडिंग के चलते ऐसा हुआ है। सुधार करके दूसरी मार्कशीट दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स का छात्र था। उन्होंने बताया कि ऑनर्स के फोर्थ पेपर में गलती के चलते 151 लिखा है। जिसके संबंध में यूनिवर्सिटी को लिखा गया है।
यूनिवर्सिटी का यह कारनामा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। एमआरजेडी कॉलेज में अनमोल कुमार स्नातक कला संकाय के छात्र हैं। रिजल्ट देखने के बाद अनमोल भी हैरान रह गए।
उन्होंने बताया कि बीए ऑनर्स की भाग द्वितीय परीक्षा में राजनीति विज्ञान के पेपर (चतुर्थ) में उन्हें 100 में से 151 अंक मिले हैं। हालांकि यह एक वैकल्पिक अंकपत्र है, लेकिन अधिकारियों को इसे जारी करने से पहले इसकी जांच करनी चाहिए थी। चूंकि यह टाइपिंग की गलती थी, इसलिए मुझे संशोधित अंकपत्र जारी किया गया है।
वहीं एमकेएस कॉलेज त्रिमुहन चंदौना के सोनू कुमार ने अकाउंटेंसी एंड फाइनेंस (ऑनर्स) पेपर-4 में जीरो नंबर मिला हैं, लेकिन उसे अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया है। छात्र ने कहा, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि यह एक टाइपिंग त्रुटि थी और उन्होंने मुझे एक संशोधित अंकपत्र जारी किया है।
एलएनएमयू के रजिस्ट्रार प्रोफेसर मुश्ताक अहमद कहा, ‘टाइपिंग की गलतियों को सुधारने के बाद दो छात्रों को नई मार्कशीट जारी की गई। यह केवल टाइपिंग संबंधी त्रुटियां थीं और कुछ नहीं। फिलहाल ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने इसे टाइपिंग की गलती मानते हुए दोनों छात्रों को नए अंक पत्र जारी किए हैं।