बिहार के सिवान में हिंदुस्‍तान अखबार के ब्‍यूरो चीफ राजदेव रंजन की हत्‍या के मामले में हिरासत में लिए गए दो लोगों में से एक उपेंद्र सिंह एक आरजेडी कार्यकर्ता है। उसे जेल में बंद आरजेडी नेता और सिवान के पूर्व एमपी मोहम्‍मद शहाबुद्दीन का नजदीकी भी माना जाता है। पुलिस ने रविवार (15 मई) को पार्टी के जिलाध्‍यक्ष परमात्‍ना राम से पूछताछ की। उन्‍होंने इस बात की पुष्‍ट‍ि की कि उपेंद्र सिंह आरजेडी का सक्रिय कार्यकर्ता है।

वहीं, राजदेव की पत्‍नी ने द इंडियन एक्‍सप्रेस से बातचीत में बताया कि उनके पति को उपेंद्र की ओर से धमकियां मिली थीं। आशा ने बताया, ‘वह अक्‍सर बताते थे कि उपेंद्र सिंह उन्‍हें फोन करके ईंट देने की बात करता था। वह ईंट भट्टे का मालिक था। सिंह अक्‍सर उन्‍हें सिवान के बाहुबली (शहाबुद्दीन) के बारे में बहुत ज्‍यादा लिखने को लेकर धमकी देता था। हालांकि, वे इस तरह की धमकियों को नजरअंदाज कर देते थे और इसे अपने पेशे के हिस्‍से के तौर पर लेते थे।’

बता दें कि बीते साल बीजेपी सिवान एमपी ओम प्रकाश यादव के प्रेस एडवाइजर की हत्‍या के मामले में उमेश सिंह का नाम साजिशकर्ताओं के तौर पर सामने आया था। हालांकि, राजदेव रंजन के मर्डर केस में दर्ज एफआईआर में उसका नाम नहीं है।

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उधर, पुलिस ने उस इंजीनियर को भी हिरासत में लिया है, जिसने वारदात वाली जगह फल मंडी में सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। दरअसल, 11 मई के बाद से सीसीटीवी कैमरों में कुछ भी रिकॉर्ड नहीं है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं ये कैमरे जानबूझकर खराब तो नहीं किए गए थे। पुलिस के सूत्रों ने बताया, ‘हम इंजीनियर से यह पूछ रहे हैं कि क्‍या किसी ने उसे 11 मई के बाद के फुटेज मिटाने को कहा है। हमने सीसीटीवी रिकॉर्ड्स को फोरेंसिक लैब में भेजा है। हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं कोई छेड़छाड़ तो नहीं की गई।’ सीवान के एसपी ने कहा कि उन्‍हें कुछ संभावित संदिग्‍धों के नाम पता चले हैं। हालांकि, उन्‍होंने कुछ विस्‍तार से बताने से इनकार कर दिया।

इस बीच, बीजेपी के सांसद ओम प्रकाश यादव ने कहा कि उन्‍होंने रंजन को सावधान किया था। सांसद के मुताबिक, स्‍पेशल ब्रांच एसपी ने सीवान के जिला मजिस्‍ट्रेट और एसपी को 7 दिसंबर 2014 को जानकारी दी कि 23 लोग शहाबुद्दीन की कथित हिट लिस्‍ट में शामिल हैं। यादव ने कहा, ‘मुझे याद है कि मैंने रंजन को कहा था कि लिस्‍ट में उनका नाम भी हो सकता है। चूंकि कोई भी उस हिटलिस्‍ट में दर्ज सभी नामों को नहीं जानता था, हमने आशंका जताई थी।’ यादव ने शहाबुद्दीन की पत्‍नी हिना शाहाब को 2009 और 2014 के आम चुनाव में हराया था। वहीं, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लिस्‍ट में जिस एक नाम का जिक्र था, वो भाजयुमो के क्षेत्रीय प्रभारी रवींद्र यादव उर्फ गब्‍बर यादव का था।