बिहार में सुशासन का दम भरने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विधायक गोपाल मंडल के बेटे पर सरकार कृपा बरसा रही है। गोपाल मंडल के ठेकेदार बेटे तरुण कुमार नीरज को विभागीय अफसरों दो बार ब्लैकलिस्टेड करने की मांग कर चुके हैं। लेकिन विभाग ने कार्रवाई करने की बजाय उनकी कंपनी को एक साल का मौका दे दिया।
‘दैनिक भास्कर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक तय समय में पुल और एप्रोच पथ का निर्माण पूरा नहीं करने पर विभागीय अफसरों ने तरुण कुमार नीरज की ठेका कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने के लिए 2020 और 2021 में प्रस्ताव पटना भेजा था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। इतना ही नहीं तरुण कुमार नीरज ने अबतक पुल तो नहीं बनाया। लेकिन 5 साल में दो बार उसका शिलान्यास जरूर कराया है। कंपनी को इस्माइलपुर प्रखंड के लक्ष्मीपुर से गोनरचक सड़क पर पुल और दोनों ओर एप्रोच पथ का निर्माण करना था।
इसके लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने 11 अप्रैल 2016 को टेंडर निकाला था। टेंडर विधायक गोपाल मंडल के बेटे तरुण कुमार नीरज को मिला। 3 करोड़ 32 लाख से 54 मीटर लंबा पुल और उसके दोनों ओर 280 मीटर लंबा एप्रोच पथ का काम 10 अप्रैल 2017 तक पूरा करना था। लेकिन अबतक ऐसा नहीं हुआ है।
इस बीच विधायक गोपाल मंडल ने पुल निर्माण के लिए दो बार शिलान्यास किया। पहली बार मई 2016 में शिलान्यास किया। इसके बाद विभाग ने जब ठेका एजेंसी का समय बढ़ाया तो फिर से विधायक ने इसी पुल का दोबारा 19 मई 2021 को शिलान्यास कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर रामाशीष प्रसाद ने बताया “मैंने 2019 में पदभार संभाला है। पहले क्या हुआ, मुझे जानकारी नहीं है। मैंने अधूरा काम देखा इसके बाद 2020 और 2021 में ठेका एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड करने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा। हालांकि ठेकेदार ने पटना मुख्यालय में अपनी बात रखी और एक साल की अवधि बढ़वा ली।”
