Bihar Flood News: बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। कोसी समेत बिहार की सभी नदियां तूफान पर हैं। बिहार की सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बिहार में बाढ़ से 16 जिले प्रभावित हैं। वहीं करीब 9 लाख की आबादी भी इससे प्रभावित है। बाढ़ से प्रभावित आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए एनडीआरएफ की 12 टीमें काम कर रही है। वहीं एसडीआरएफ की भी 12 टीमों को तैनात किया गया है।

400 से अधिक गांवों में घुसा पानी

बाढ़ पीड़ितों के लिए 43 राहत शिविर लगाए गए हैं, जिसमें 11000 से अधिक लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है। बिहार के उत्तर पूर्वी इलाके में बाढ़ का सबसे ज्यादा असर दिख रहा है। पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और दरभंगा में तटबंधों के टूट जाने से बाढ़ का पानी 400 से अधिक गांव में घुस गया है। खगड़िया और मधेपुरा जिले के भी कई गांव में बाढ़ का पानी पहुंचा है।

बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा जिला बाढ़ से प्रभावित है। राहत और बचाव की टीमें नाव के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर लोगों को ले जा रही हैं। आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष कुमार खुद बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

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सरकार से ओर से कम्युनिटी किचन की भी शुरुआत की गई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन 127 कम्युनिटी किचन केंद्र चला रहा है। इसके माध्यम से रोजाना करीब 50,000 लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

राशन के पैकेट भी बांटे जा रहे

आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अब तक करीब 55,000 लोगों को राशन के पैकेट बांटे जा चुके हैं और 800 नाव चलाई जा रही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवा के साथ डॉक्टर की भी तनाती की गई है। बोट एंबुलेंस को भी मौके पर तैनात किया गया है। महामारी से बचने के लिए लोगों को ब्लीचिंग पाउडर भी दिया जा रहा है ताकि डेंगू न फैले।