बिहार में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति की अस्पताल में मौत के बाद उसकी आंख गायब पायी गयी। बिहार के पटना में गोली लगने से घायल एक व्यक्ति की सरकारी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत के कुछ घंटों बाद उसकी एक आंख गायब पाई गई। मृतक के परिवारवालों के पूछने पर डॉक्टरों ने इसके लिए चूहों को जिम्मेदार बताया।
जी हां, परिजनों ने जब अस्पताल में मौत के बाद शख्स की एक आंख गायब पायी और अस्पतालकर्मियों से सवाल किए तो उन्होंने आंख कुतरने के लिए चूहों को दोषी ठहराया। जिसके बाद मृतक के परिवार के सदस्यों ने मामले में गड़बड़ी की आशंका जताई। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच करते हुए रविवार शाम को लापरवाही के आरोप में दो नर्सों को निलंबित कर दिया।
‘चूहों ने अस्पताल में कुतर दी मृतक की आंख’
दरअसल, अज्ञात हमलावरों ने 15 नवंबर 2024 को फंटूश कुमार को गोली मार दी थी, जिसके बाद उसे पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (NMCH) में भर्ती कराया गया था लेकिन उन्होंने शुक्रवार रात को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। जिसके बाद जब परिजन उनका शव लेने पहुंचे तो उनकी एक आंख गायब थी। इस पर सवाल उठाने पर हॉस्पिटल स्टाफ और डॉक्टर्स ने कहा कि चूहों ने मृतक की आंख कुतर दी। जिस पर परिवारवालों ने हंगामा किया।
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स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही के आरोप में दो नर्सों को किया सस्पेंड
मामला बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने घटना के बाद लापरवाही के आरोप में दो नर्सों को निलंबित कर दिया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मामले की जांच उच्च स्तरीय समिति और पुलिस द्वारा की जा रही है लेकिन प्रारंभिक जांच के आधार पर विभाग ने दो नर्सों को निलंबित करने का आदेश दिया है। ये नर्सें कथित घटना के समय ड्यूटी पर थीं। नर्सों की ओर से लापरवाही के कारण निलंबन का आदेश दिया गया है।”
मंत्री ने हालांकि नर्सों द्वारा की गई लापरवाही के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया और कहा कि मेडिकल टीम और पुलिस द्वारा जांच पूरी होने दीजिए। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया, “दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।”
(इनपुट-भाषा)