दूसरे चरण में बिहार की सबसे बड़ी सीटों के लिए मतदान होगा। इस चरण की खास बात यह है कि हर विधानसभा में दो लाख से अधिक की आबादी है और इस चरण का सबसे बड़ा वोट बैंक युवा है। इस चरण में युवा मतदाताओं का मतदान ही हार- जीत के आंकड़े को घूमाएगा। हालांकि महागठंधन और राजग दोनों ने इस चरण में इस वोट बैंक को लुभाने के लिए कई जरूरी घोषणाएं की हैं।
इस चरण में सबसे बड़ी सीट हिसुआ और सबसे छोटी सीट मखदूमपुर है, जहां मखदूमपुर में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का पलड़ा भारी रहा है, वहीं दूसरी ओर हिसुआ विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। हिसुआ में 3.67 लाख से अधिक व मखदूमपुर में 2.47 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। दूसरे चरण में 3, 70, 13, 556 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन मतदाताओं में पुरुष मतदाता 1, 95,44, 041 और महिला मतदाता 1,74, 68, 572 हैं जबकि अन्य श्रेणी के मतदाताओं की संख्या 943 है।
इस चरण में सभी विधानसभा सीटों पर दो लाख से अधिक मतदाता है। इस चरण में कुल 122 सीट के लिए मतदान किया जाना है। इस चरण में युवाओं की अधिक आबादी को ध्यान में रखकर पूरे चुनाव में राजनीतिक दलों ने युवाओं के मुद्दों को जोर-शोर से उठाया है। इस चरण में ग्रामीण आबादी का एक बड़ा हिस्सा शामिल है।
चैनपुर, सासाराम व गया शहर सीट पर सबसे ज्यादा 22-22 उम्मीदवार मैदान में
दूसरे चरण में तीन सीटों-कैमूर की चैनपुर, रोहतास की सासाराम व गया शहर सीट पर सबसे ज्यादा 22-22 उम्मीदवार मैदान में हैं। वहीं, लौरिया, चनपटिया, रक्सौल, सुगौली, बनमनखी और त्रिवेणीगंज ऐसी सीटें हैं, जहां से केवल पांच-पांच प्रत्याशी ही मैदान में हैं। इस चरण में कुछेक सीटों पर सीधा मुकाबला है तो कुछ पर बहुकोणीय लड़ाई है।
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हिसुआ : इस बार इस सीट पर भाजपा ने अनिल सिंह और कांग्रेस ने नीतू कुमारी को टिकट दिया है। इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच ही घमासान रहा है। 2020 के चुनाव की बात करें तो इस सीट पर कांग्रेस पार्टी से नीतू कुमारी ने जीत दर्ज कराई थी और भाजपा के अनिल सिंह दूसरे नंबर के उम्मीदवार थे। जबकि यह समीकरण 2015 के चुनाव में एकदम उल्टा था। यहां पर भाजपा और जद (एकी) के बीच में सीधी टक्कर दर्ज की गई थी, जबकि समाजवादी पार्टी तीसरे नंबर की पार्टी थी।
मखदूमपुर विधानसभा : इस सीट पर राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच लड़ाई है। इस बार यहां राजद से सूबेदार और बसपा से सुधीर चौधरी मैदान में हैं। 2020 के चुनाव में यह सीट राजद के खाते में थी और सतीश कुमार ने इस सीट से जीत दर्ज कराई थी और हम (एस) इस सीट पर दूसरी नंबर की पार्टी बनी थी। लेकिन इस बार गठबंधन का सहयोगी दल होने की वजह से इस पार्टी या कांग्रेस का कोई उम्मीदवार मैदान में नहीं है। 2015 में भी इस सीट पर राजद और हम एस के बीच ही सीधी टक्कर थी।
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सबसे बड़ा वोट बैंक सबसे बड़ा वोट बैंक
18-19 के बीच (7,69,356)
20- 29 के बीच (84,84641)
30-40 के बीच (1,04,97629)
41-60 के बीच (1,24,19445)
60 से अधिक 48,42,485
महागठबंधन की गारंटी
. हर परिवार में एक सरकारी नौकरी
. 20 माह में रोजगार का परिणाम
. युवाओं के लिए परीक्षा फार्म शुल्क माफ
. एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी
राजग का संकल्प
. हर युवा को नौकरी व रोजगार
. बिहार से विदेश के लिए सीधे उड़ान सेवा
. हर जिले में फैक्टरी- हर घर रोजगार
. गरीबों के लिए 125 यूनिट बिजली मुफ्त, 5 लाख का मुफ्त इलाज, 50 लाख नए पक्के मकान
