बिहार विधानसभा चुनाव में राजग के उम्मीदवारों के सामने अपने बाकी बनकर मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। वहीं केंद्र व दूसरे राज्यों में साथी दल से उम्मीदवार भी जोर आजमाइश में लगे हुए है। इनका समर्थन करने के लिए पार्टी के बड़े नेता भी अगले कुछ दिनों से बिहार में डेरा डाल कर रहेंगे। हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अपने 20 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की। सूची के तहत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल बिहार में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार की कमान संभालेंगे।

इनके साथ सुनिल तटकरे, बृजमोहन श्रीवास्तव, सुबोध मोहिते, सैयद जलालुद्दीन, और अविनाश आदिक भी प्रचार करेंगे। वहीं दूसरी तरफ राजग से टिकट की उम्मीद लगाए नेताओं के टिकट कटने पर पार्टी के खिलाफ मैदान में उतर आए हैं। उनके मैदान में आने से वोटों का बंटवारा तय माना जा रहा है, जिससे प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को फायदा मिल सकता है।

गोपाल मंडल लड़ रहे निर्दलीय चुनाव

आंकड़ों के अनुसार गोपालपुर विधानसभा सीट पर जद (एकी) से विधायक रहे गोपाल मंडल को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया। पार्टी ने यहां से शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल को उम्मीदवार बनाया है। इससे नाराज होकर गोपाल मंडल ने बगावत का झंडा उठा लिया है और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतर गए हैं। अब इस सीट पर राजग के आधिकारिक प्रत्याशी बुलो मंडल के लिए मुकाबला कठिन हो गया है।

वहीं, दिनारा सीट सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के खाते में गई। जबकि इस सीट से जदयू के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह टिकट की उम्मीद में तैयारी कर रहे थे। टिकट कटने से नाराज होकर उन्होंने भी पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और दिनारा सीट से निर्दलीय उतरे। अब रालोमो उम्मीदवार आलोक कुमार सिंह मैदान में हैं, जिनके लिए यह मुकाबला अब चुनौतीपूर्ण बन गया है।

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