बिहार विधानसभा चुनाव शुरू हो चुके हैं और राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेजी पर है। सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्‍वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगते हुए उनपर निशाना साधा है। नौकरियां का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और अब उनसे बिहार संभल नहीं रहा है।

तेजस्वी ने कहा कि हम इस बार जनता से मौका मांग रहे हैं, जनता का आशीर्वाद मिला तो नौकरी के सभी रिक्‍त पद भरे जाएंगे। आरजेडी नेता ने कहा “बिहार में 4.5 लाख नौकरियां खाली हैं। नीतीश कुमार जी थक चुके हैं, उनसे बिहार नहीं संभल रहा है। बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर केवल 77 पुलिसकर्मी हैं, मणिपुर में 1,000 से ज़्यादा क्यों हैं? वो (नीतीश कुमार) बताएं कि 15 साल में उनकी उपलब्धि क्या है?”

तेजस्वी ने कहा कि हमें मौका दीजिये हम वह सब कर सकते हैं जो सीएम नीतीश कुमार 15 वर्षों में हासिल नहीं कर सके। उनकी विदाई की गारंटी है। इससे पहले तेजस्वी ने रविवार को ट्वीट कर लिखा था “बेरोजगारी और मौलिक तथ्यों को दरकिनार कर अगर वो व्यक्तिगत आलोचना कर रहे है तो मैं क्या कह सकता हूँ? अगर कोई कमी है तो उन्हें नेतृत्व कुशलता, नीतिगत फ़ैसलों व वैचारिकता की आलोचना करनी चाहिए ना कि व्यक्तिगत। बिहार की 60 फ़ीसदी आबादी युवा है इन्हें युवा का वोट चाहिए लेकिन नेता नहीं।”

आरजेडी ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की भी बात कही है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि अगर तेजस्वी मुख्य मंत्री बनते हैं तो वे विशेष राज्य का मांगपत्र लेकर प्रधानमंत्री के पास जाएंगे। आरजेडी नेता ने कहा कि केंद्र ने हठधर्मिता नहीं छोड़ी तो बिहार की जनता की ओर से तेजस्वी यादव आमरण अनशन पर बैठेंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के 17 जिलों की 94 सीटों पर चुनाव प्रचार का शोर रविवार की शाम को थम गया है। दूसरे चरण की 94 सीटों पर कुल 1463 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1316 पुरुष, 146 महिला और एक थर्ड जेंडर की प्रत्याशी शामिल हैं।