बिहार चुनाव से पहले राज्य के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए हैं।  न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इस बात की जानकारी दी है। गुप्तेश्वर पांडेय ने हालही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया था। कहा जा रहा है कि पांडेय बक्सर से जदयू टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।

सीएम आवास पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुप्तेश्वर पांडेय को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान मंत्री अशोक चौधरी, सांसद ललन यादव समेत अन्य जेडीयू नेता मौके पर मौजूद रहे। जेडीयू से जुड़ने के बाद पांडेय ने कहा था की उन्हें राजनीति की समझ नहीं है। उन्होंने कहा, ”मुझे खुद मुख्यमंत्री ने बुलाया था और शामिल होने के लिए कहा। मैं राजनीति नहीं समझता हूं। मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, जिसने अपना समय समाज के निम्न वर्ग के लिए काम करने में बिताया है।”

इससे पहले शनिवार को बिहार के मुख्य मंत्री से मिले थे। तब उन्होने पटना स्थित जेडीयू मुख्यालय में सीएम से मुलाक़ात की थी। मुलाक़ात के बाद गुप्तेश्वर ने कहा था कि उनकी नीतीश से कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। वे सिर्फ उन्हें धन्यवाद देने गए थे। गुप्तेश्वर ने कहा था कि पुलिस महानिदेशक के पद रहने के दौरान दायित्वों के निर्वहन में उन्होंने मुझे काम करने की पूरी स्वतंत्रता दी थी। सेवानिवृत्ति के बाद मैं सिर्फ उनके समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहता था।’

वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने मंत्री अशोक चौधरी को जेएयू का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का स्वास्थ्य पिछले कुछ समय से ठीक नहीं है। इसको देखते हुए चौधरी को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

कार्यकारी अध्यक्ष बनते ही अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो भरोसा किया है मैं उसपर खड़ा उतरूंगा। एनडीए को चुनाव में 200 से अधिक सीटें जिताना मेरी प्राथमिकता रहेगी। सभी लोगों को साथ लेकर चलना है। जो जिम्मेदारी मुझे मिली है उसे पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा। यह जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। मैं मुख्यमंत्री के विश्वास पर खरा उतरूंगा।

अशोक चौधरी कांग्रेस में भी लंबे वक्त तक प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। बता दें बिहार विधानसभा चुनाव 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच तीन चरणों में कराये जाएँगे। पहले चरण में 16 जिलों के 71 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे, दूसरे चरण में कुल 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे वहीं तीसरे चरण में 15 जिलों के 78 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे।