बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनाव प्रचार के दौरान बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि ये चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा। पूर्णिया में तीसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार करते हुए गुरुवार को जेडीयू नेता ने कहा, ‘ये मेरा आखिरी चुनाव है। अंत भला तो सब भला।’ उन्होंने कहा, ‘आज चुनाव का आखिरी दिन है। परसों तीसरे चरण का मतदान होना है, और ये मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला। अब आप बताइए कि वोट देंगे कि नहीं।’

रैली में नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनकी सरकार में हर तबके को मुख्यधारा में लाने का काम किया गया। हर जाति और वर्ग के लोगों के लिए काम किया गया। महिलाओं के लिए विशेष तौर पर कार्य किए गए। उन्होंने कहा कि पहले महिलाओं को लोग कुछ समझते नहीं मगर हमारा कहना है कि पुरुष और महिलाएं मिलकर काम करेंगी तभी समाज आगे बढ़ेगा। जेडीयू नेता ने कहा कि उनकी सरकार में नगर निकाय और पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं को पचास फीसदी आरक्षण दिया गया।

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नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए आरजेडी शासनकाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिन्हें 15 साल राज करने का मौका मिला उन्होंने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। मगर बिहार में एनडीए की सरकार आने के बाद महिलाएं के लिए खूब विकास कार्य किए गए। उन्होंने कहा कि रोजगार के लिए युवाओं को राज्य से बाहर जाने से रोकने के लिए उनकी सरकार ने नई औद्योगिक नीति तैयार की है जिसके परिणाम आने वाले दिनों में सामने आएंगे।

कटिहार और पूर्णिया में चुनावी रैलियों को संबोधित कर रहे नीतीश कुमार ने कहा, ‘युवाओं को बिहार से बाहर ना जाना पड़े, इसके लिए केंद्र सरकार ने योजना बनाई और सहयोग किया है। हमने नई औद्योगिक नीति बनाई है जिससे प्रदेश में उद्योग के अनुकूल माहौल बनेगा। इसके तहत नई प्रौद्योगिकी का अधिक से अधिक उपयोग करने और युवाओं को प्रशिक्षत करने पर जोर दिया गया है।’

उन्होंने कहा, ‘अब यहीं रोजगार के अवसर पैदा होंगे, लोगों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और रोजगार की मजबूरी में किसी को बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अब बिहार में ही उत्पाद तैयार होंगे जिन्हें बाहर भेजा जा सकेगा। केंद्र का सहयोग और राज्य का प्रयास मिलकर बिहार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएंगे।’

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के युवाओं को 10 लाख रोजगार देने के वादे पर पलटवार करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों को समझ में कुछ नहीं आता और ऐसे लोग काम भी नहीं करते, केवल जुबान चलाते हैं। उन्होंने कहा, ‘किन हालात में बिहार के लोगों ने 2005 में हमें काम करने मौका दिया, यह किसी से छिपा नहीं है। तब स्कूल में पढ़ाई, अस्पताल में दवाई का प्रबंध नहीं था। शाम के बाद लोग घर से निकलने में डरते थे।’ नीतीश कुमार ने कहा कि तब राज्य का बजट 24 हजार करोड़ रूपए से भी कम था जो आज बढ़कर 2.11 लाख करोड़ रूपए हो गया है और प्रदेश की विकास दर 12.8 प्रतिशत है। (एजेंसी इनपुट)