बिहार में एनडीए को प्रचंड जीत मिली है। दोपहर 3 बजे तक के रुझानों के अनुसार एनडीए 206 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं महागठबंधन महज 30 सीटों पर आगे है। कई सीटों पर नतीजे भी आने लगे हैं। आने वाले समय में विपक्ष के सामने काफी मुसीबतें खड़ी होने वाली है। सबसे अहम बात है कि यही रुझान अगर नतीजे में तब्दील होते हैं तो विपक्ष का नेता कौन होगा?

दरअसल राजद 24 विधानसभा सीटों पर आगे चल रही है और बिहार में विपक्ष का नेता बनने के लिए 25 सीट चाहिए। वहीं बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव 16वें राउंड तक लगातार पीछे चल रहे हैं।

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किस दल को कितनी सीट?

क्रम संंख्यापार्टीसीटें (रुझान)
1Janata Dal (United) – JD(U)84
2Bharatiya Janata Party – BJP95
3Rashtriya Janata Dal – RJD24
4Lok Janshakti Party (Ram Vilas) – LJPRV20
5Indian National Congress – INC2
6Communist Party of India (Marxist-Leninist) (Liberation) – CPI(ML)(L)1
7Hindustani Awam Morcha (Secular) – HAMS5
8All India Majlis-E-Ittehadul Muslimeen – AIMIM6
9Rashtriya Lok Morcha – RSHTLKM4
10Communist Party of India (Marxist) – CPI(M)1
11Communist Party of India – CPI0
12Bahujan Samaj Party – BSP1
12Independent – IND0

विपक्ष का नेता बनने के लिए क्या चाहिए?

  • जिस पार्टी के पास विपक्ष में सबसे अधिक सीटें होती है, वहीं विपक्ष के नेता का सबसे पहले दावा कर सकता है।
  • हालांकि उसके पास विधानसभा या लोकसभा के कुल सदस्यों की संख्या का 10 फीसदी सीटें होनी चाहिए।
  • बिहार में 243 विधानसभा सीटें हैं, ऐसे में विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने के लिए 25 सीट चाहिए।
  • अहम बात यह है कि 10 फीसदी सीटों की शर्त गठबंधन पर नहीं बल्कि एक अकेली पार्टी पर लागू होती है।
  • अगर गठबंधन अपनी सीटों को जोड़कर किसी को विपक्ष का नेता बनाता है, तो इस पर विधानसभा अध्यक्ष की मान्यता आवश्यक है और वही निर्णय अंतिम माना जाता है।