बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव इस महीने के आखिरी में होगा। पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार जदयू ने बुधवार को अपने कोटे की सभी 115 सीटों पर उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी। वहीं 10 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है।
चुनाव से पहले जेडीयू में शामिल हुए पुलिस अधिकारी सुनील कुमार को भोरे सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर सुर्खियों में आए बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का नाम इस सूची में शामिल नहीं है। पार्टी ने 18 नये कार्यकर्ताओं पर इस बार दाव लगाया है। जेडीयू ने लगभग 20 फीसदी सीट महिला प्रत्याशियों को दी गई हैं। 115 प्रत्याशियों की सूची में 22 महिलाएं शामिल हैं। इन महिलाओं में 13 ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें पहली बार टिकट मिला है। इससे पहले 2015 में जेडीयू ने मात्र 9 महिलाओं को टिकट दिया था।
एनडीए में जेडीयू को 122 सीट मिली हैं, जिसमें से 7 सीट जेडीयू ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) को दी हैं। वहीं आरजेडी प्रमुक लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय को परसा से टिकट दिया गया है। टिकट वितरण के दौरान पार्टी ने अपने उम्मीदवारों में सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा है।
जदयू ने सामाजिक समीकरणों का ख्याल रखते हुए अपनी सूची में अति पिछड़ा वर्ग के 19, यादव 18, भूमिहार 10, कुशवाहा 15, राजपूत 7, ब्राह्मïण 2, कुर्मी 12, धानुक 8, अनुसूचित जाति-जनजाति 17, मुस्लिम 11 व वैश्य समाज के 3 लोगों को अपना प्रत्याशी बनाया है।
वहीं 10 विधायकों की छुट्टी भी की है। जिन विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है उनके नाम मंत्री कपिलदेव कामत, फुलपरास से गुलजार देवी, राजगीर से रवि ज्योति, बेनीपुर से सुनील चौधरी, जीरादेई से रमेश सिंह कुशवाहा, एकमा से मनोरंजन सिंह, वैशाली से राजकिशोर सिंह,सुलतानगंज से सुबोध राय,अमरपुर से जनार्दन मांझी और डुमराव से ददन पहलवान हैं।