बिहार विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। विभिन्न टीवी चैनल्स की डिबेट में भी लोगों खासकर युवाओं द्वारा बेरोजगारी के मुद्दे पर एनडीए सरकार को घेरा जा रहा है। ऐसे ही न्यूज18 इंडिया टीवी चैनल की एक ओपन डिबेट में एक युवक ने कहा कि चुनाव नतीजे 2-3 दिन में ही आ जाते हैं और हम नौकरी के लिए परीक्षा देते हैं तो 2 साल में रिजल्ट आता है!

दरअसल युवक में सरकारी नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं के नतीजों में होने वाली देरी के प्रति नाराजगी थी। यह देरी कई माह से लेकर कई बार एक-दो साल तक की होती है। डिबेट के दौरान युवक ने कहा कि “हम शिक्षा मंत्री से ये बात कहना चाहते हैं कि सभी नेता अपना-अपना चुनाव लड़ते हैं लेकिन उनसे ज्यादा हम मेहनत करते हैं और देर रात तक पढ़ाई करते हैं, रिजल्ट के लिए। चुनाव 7 तारीख को हो रहा है और उसका नतीजा 10 तारीख को आ रहा है लेकिन हम लोग आज परीक्षा देंगे तो 6 महीने या 2 साल बाद क्यूं रिजल्ट आएगा?”

युवक की इस बात पर लोगों की भीड़ ने भी ताली बजाकर उसकी बात का समर्थन किया। युवक ने कहा कि उसकी यह शिकायत सभी सरकारों से है। युवक ने कहा कि शिक्षा है तो बिहार है।

बता दें कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते बेरोजगारी की समस्या काफी बढ़ गई है। बिहार में यह ज्यादा गंभीर है। वहीं चुनाव होने के चलते विपक्षी पार्टियों ने बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बना लिया है। जिसमें युवा मतदाताओं का भी उन्हें साथ मिल रहा है। तेजस्वी यादव अपने प्रचार के दौरान सत्ता में आने पर 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं। तेजस्वी के इस वादे के चलते उनकी जनसभाओं में भारी भीड़ भी उमड़ रही है।

तेजस्वी के इस वादे के बाद भाजपा ने भी अपने घोषणा पत्र में 19 लाख नौकरी देने का वादा किया है। हालांकि भाजपा के इस वादे की ज्यादा चर्चा नहीं है। माना जा रहा है कि बिहार की जनता में नीतीश कुमार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर चल रही है, जिसके साथ विपक्ष ने बेरोजगारी का मुद्दे को हवा देकर सीएम नीतीश कुमार की मुश्किलें काफी बढ़ा दी हैं।