Viraat Ramayan Mandir: पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित कैथवलिया गांव में विराट रामायण मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। यह मंदिर लगभग 140 एकड़ भूमि में फैला होगा और इसकी अनुमानित लागत 500 करोड़ है। भव्यता की दृष्टि से यह मंदिर अयोध्या के राम मंदिर से तीन गुना बड़ा होगा। यह मान्यता है कि भगवान राम की बारात जनकपुर से लौटने के दौरान यहां पर रुकी थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 3.76 लाख वर्ग फुट में बनाए जा रहे इस रामायण मंदिर में 22 देवालय और कुल 12 शिखर होंगे। मंदिर में सबसे ऊंचा शिखर 270 फुट का होगा। वही, मंदिर की लंबाई 1,080 फुट और चौड़ाई 540 फुट होगी। मंदिर की दीवारों और स्तंभों पर रामायण, महाभारत, पुराणों से कथाएं उकेरी जाएंगी। हर स्तंभ और दीवार पर परंपरागत भारतीय कलाकृति दिखाई देगी, जिसमें मिथिला चित्र शैली भी नजर आएगी।
रामायण सभा मंडप भी होगा
यहां पर एक विशाल रामायण सभा मंडप होगा जिसमें रामकथा-प्रवचन, रामलीला और सांस्कृतिक आयोजन हो सकेंगे। यह मंडप हजारों लोगों की बैठने की क्षमता वाला होगा। इस मंदिर परिसर में ही एक मॉडल टाउनशिप जानकी नगर का निर्माण किया जा रहा है। इसमें एक गुरुकुल होगा, धर्मशाला होगी और तीर्थयात्रियों के लिए आवास भी होगा। साथ ही एक गौशाला भी होगी।
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मुनियों के नाम पर बनाए जाएंगे चार आश्रम
इन सबसे इतर इस मंदिर के परिसर में मुनियों के नाम पर चार आश्रम भी बनाए जाएंगे। विराट रामायण मंदिर के परिसर के तीन तरफ से सड़कें होंगी जिससे लोगों कि भीड़ को काबू करने में सहयोग हासिल होगा। बता दें कि शुरुआत में इस मंदिर का नाम विराट अंगकोर वाट मंदिर रखा गया था। योजना के सार्वजनिक होने और काफी चर्चा होने के बाद कंबोडियाई सरकार ने भारत सरकार के सामने इस बात पर अपनी आपत्ति और चिंता जाहिर की कि इस मंदिर का नाम वास्तविक अंगकोर वाट मंदिर की नकल है। फिर इसका नाम बदलकर विराट रामायण मंदिर कर दिया गया। 2012 में किशोर कुणाल ने कैथवलिया में बनने वाले विराट रामायण मंदिर का भूमि पूजन किया था। इसके बाद 2022 में इसका शिलान्यास किशोर कुणाल ने ही किया था।