Waqf Bil Bihar: बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाले लोग देशद्रोही हैं। सिन्हा ने कहा, “ऐसे लोग जो चेतावनी दे रहे हैं कि वे वक्फ बिल को नहीं मानेंगे, उन्हें जेल जाना पड़ेगा।” बताना होगा कि वक्फ (संशोधन) बिल का पूरे देश में विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों के द्वारा जोरदार विरोध किया जा रहा है।
इस बिल को लेकर बिहार में खासी हलचल है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से एक के बाद एक कई मुस्लिम नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है।
सिन्हा ने कहा, “यह पाकिस्तान नहीं हिंदुस्तान है, लोकसभा और राज्यसभा में बिल के पास होने के बाद भी जो लोग इसे नहीं मानने की बात कर रहे हैं, ऐसे लोग राष्ट्रद्रोही हैं। ऐसे लोगों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए और उन्हें जेल में डाला जाना चाहिए।”
वक्फ बिल के विरोध में पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी, जेडीयू के डॉक्टर मोहम्मद कासिम अंसारी, पूर्व प्रदेश सचिव एम. राजू नैयर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव मोहम्मद शाहनवाज मलिक,पश्चिम चंपारण जिले के उपाध्यक्ष नदीम अख्तर, प्रदेश महासचिव सीएन मोहम्मद तबरेज सिद्दीकी अली, जेडीयू नेता मोहम्मद दिलशान राईन सहित कुछ और नेताओं ने पार्टी छोड़ी है।
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इस बीच, जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने कहा, “अगर बीजेपी वास्तव में मुसलमानों के कल्याण के बारे में सोच रही है, तो वह न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रा आयोग और न्यायमूर्ति सच्चर समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू क्यों नहीं कर रही है?”
बिहार चुनाव में क्या करेंगे मुसलमान?
बिहार में मुसलमानों की आबादी करीब 18 फीसदी है ऐसे में यह एक बड़ा वोट बैंक है। ऐसा माना जा रहा है कि इस साल के अंत में होने वाले बिहार के विधानसभा चुनाव में इस बिल का बड़ा राजनीतिक असर हो सकता है क्योंकि विपक्षी महागठबंधन ने बिल को संविधान और मुसलमानों के हक पर हमला बताया है जबकि सरकार का कहना है कि इस बिल के कानून बनने से गरीब और पिछड़े मुसलमानों को फायदा होगा।
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