बिहार में अपहरण मामले में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कार्तिकेय सिंह पर कई आरोप लग रहे हैं। अपहरण मामले में शिकायतकर्ता राजू सिंह की पत्नी दिव्या सिंह ने उन पर धमकी और कॉम्प्रोमइज करने का आरोप लगाया है। उनका यह भी कहना है कि पटना एसएसपी से उन्होंने सुरक्षा मांगी, लेकिन नहीं दी गई।

उन्होंने सीधे तौर पर आरोप लगाए कि लगातार उनके परिवार को धमकियां मिल रही हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से उनकी सुरक्षा के कोई इंतेजाम नहीं किए गए हैं। अब उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की है।

उन्होंने कहा कि कार्तिकेय सिंह जब मंत्री पद पर थे, तो उनके लोग बार-बार आकर इस केस को कोम्प्रोमाइज करने का दबाव बना रहे थे। उन्होंने बताया कि कार्तिकेय सिंह के लोगों का कहना था कि केस वापस ले लो वरना दिक्कत में आ जाओगे।

दिव्या सिंह ने बताया कि उनके पति को एक झूठे केस में फंसाकर जेल भेजा गया है और वहां भी कार्तिकेय सिंह के लोगों ने राजू सिंह से मिलकर उन पर दबाव बनाने की कोशिश की है। उन्होंने कार्तिकेय के करीबी आलोक सिंह का नाम का लेते हुए कहा कि उन्होंने खुले तौर पर कहा कि अगर राजू सिंह कोम्प्रोमाइज नहीं करते हैं, तो उन्हें मार दिया जाएगा।

दिव्या सिंह ने बताया कि पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो को भी इस बारे में बताया और सुरक्षा समिति को भी इसकी जानकारी दी गई। इसके बावजूद अभी तक कोई गार्ड या सुरक्षा प्रदान नहीं की गई है।

इस मामले में दिव्या सिंह ने मुख्य न्यायाधीश को भी चिट्ठी लिखी है। उनका कहना है कि उन्होंने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की, लेकिन नहीं दी गई इसलिए उनको डर है कि उनके साथ कुछ ना हो, जिस वजह से उन्होंने मुख्य न्यायाधीश को चिट्ठी लिखकर अपनी परेशानी उनके सामने रखी है। उन्होंने सीजेआई से इस मामले को गंभीरता से लेने की गुजारिश की है।

बता दें कि कार्तिकेय सिंह को बिहार की नई महागठबंधन की सरकार में कानून मंत्री बनाया गया था। इसके बाद खुलासा हुआ कि उनका नाम एक किडनैपिंग मामले में है और जिस दिन उन्हें कोर्ट के सामने पेश होना था, उस दिन वह मंत्री पद की शपथ लेने के लिए राजभवन पहुंच गए। इसके बाद काफी बवाल मचा और उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। तब से वह अंडरग्राउंड हैं।