बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। कई सीटों पर समीकरण चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं और सभी पार्टियां एक-दूसरे को जबरदस्त टक्कर देती हुई नजर आ रही हैं।
इन्हीं सीटों में से एक है रामगढ़ विधानसभा सीट, जहां पिछली बार काफी करीबी मुकाबला देखने को मिला था। 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के सुधाकर सिंह ने बसपा के अंबिका यादव को मात्र 189 वोटों से हराया था। उस चुनाव में सुधाकर सिंह को 58,083 वोट मिले थे, जबकि अंबिका यादव को 57,894 वोट प्राप्त हुए। इस सीट पर भाजपा के अशोक कुमार सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे।
चुनाव वर्ष | विजेता उम्मीदवार (पार्टी) | विरोधी उम्मीदवार (पार्टी) | विजेता को मिले वोट | विरोधी को मिले वोट | जीत का अंतर (मार्जिन) |
2020 | सुधाकर सिंह (राजद) | अंबिका सिंह (बसपा) | 58,083 | 57,894 | 189 |
2015 | अशोक कुमार सिंह (भाजपा) | अंबिका सिंह (राजद) | 57,501 | 49,490 | 8,011 |
2010 | अंबिका सिंह (राजद) | अशोक कुमार सिंह (निर्दलीय) | 30,787 | 27,809 | 2,978 |
2015 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस समय भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने राजद के अंबिका सिंह को हराया था। उस चुनाव में अशोक कुमार सिंह को 57,501 वोट मिले थे, जबकि अंबिका सिंह 49,490 वोटों पर सिमट गए थे।
रामगढ़ सीट का जातीय समीकरण
रामगढ़ सीट पर यादव, रविदास और मुसलमान जैसी प्रमुख जातियां प्रत्याशियों की किस्मत तय करती हैं। जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर की पार्टी की एंट्री से इस सीट का मुकाबला और भी दिलचस्प हो सकता है।