बिहार में नीतीश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो गया है। पहले से ही इस विस्तार की चर्चा थी, अब वो कर दिया गया है। बीजेपी से कई नए विधायकों को भी इस बार मंत्री बनने का मौका मिला है। इस बार मंत्रिमंडल में बीजेपी के 12 मंत्री रखे गए हैं, वहीं जेडीयू को सिर्फ 9 मंत्रियों से संतोष करना पड़ा है। अब सरकार क्योंकि बीजेपी के समर्थन से बनी है, ऐसे में ज्यादा तवज्जो भी उसी पार्टी को दी गई है।
इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों का भी पूरा ध्यान रखा गया है। 6 सवर्ण, 6 दलित (SC), 4 अति पिछड़ा (OBC),4 पिछड़ा (BC),1 मुस्लिम समुदाय से मंत्री रखे गए हैं। भाजपा की रेनू देवी, मंगल पांडे, नीरज कुमार सिंह और जदयू के अशोक चौधरी ने शपथ ली है। जेडीयू खेमे से माहेश्वर हजारी, मदन सहनी, लेसी सिंह, अशोक चौधरी, नीरज बबलू को मंत्री बनाया गया है।
बीजेपी की बात करें तो हरि सहनी, दिलीप जायसवाल, नितिन नवीन, नीतीश मिश्रा, मंगल पांडे, रेणु देवी को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई है। अब जानकारी के लिए बता दें कि कुछ समय पहले ही बिहार में सबसे बड़ी सियासी पलटी हुई थी। नीतीश कुमार ने महागठबंधन को छोड़ फिर एनडीए के साथ आने का फैसला किया था। महागठबंधन से अलग होने के बाद ही उन्होंने 9वीं बार सीएम पद की शपथ ली थी।
अब उस शपथ के बाद उन्होंने फिर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई है और मंत्रिमंडल विस्तार भी हो गया है। जानकार मान रहे हैं कि इस बार के गठबंधन में बिग ब्रदर की भूमिका में बीजेपी रहने वाली है और ज्यादा संघर्ष सीएम नीतीश कुमार और जेडीयू को करना पड़ेगा। लोकसभा चुनाव की सीट शेयरिंग को लेकर जरूर कहा जा रहा है कि दोनों बीजेपी और जेडीयू 16-16 सीटों पर चुनाव लड़ सकते हैं। पांच सीटें चिराग की पार्टी को देने की बात हो रही है, वहीं पशुपति पारस और कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीट दी जा सकती है।