बिहार में नीतीश कैबिनेट का आज विस्तार हुआ। लेकिन नीतीश कैबिनेट के विस्तार से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक नाराज दिखे। भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने सर्वणों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए यहां तक कह दिया कि अनुभवहीन को डिप्टी सीएम बनाया गया है। अपनी ही सरकार के कैबिनेट विस्तार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि मंत्रिमंडल में नए लोगों को जगह दी गई है, लेकिन पुराने और समर्पित नेताओं की अनदेखी हुई है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में नए लोगों को जगह दी गई है, लेकिन पुराने और समर्पित नेताओं की अनदेखी हुई है। मंत्रियों की सूची में मेरा नाम नहीं है ये कोई मुद्दा नहीं है… आप ही देखिए कि दक्षिण बिहार से एक भी मंत्री नहीं हैं।’
ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने साफ कहा है कि भाजपा ने जाति, क्षेत्र और छवि का ख्याल नहीं रखा। सवर्ण जाति की अनदेखी का आरोप लगाते हुए ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा को सवर्णों का सिर्फ वोट चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा एमएलए ने दावा किया है कि उनके साथ 12 से ज्यादा विधायक हैं और समय आने पर वो फैसला जरूर लेंगे।
जपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने अपनी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी से जो नेता मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं, वो कम अनुभवी हैं। यही नहीं ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने आगे कहा कि कैबिनेट विस्तार में अगड़ी जाति का ख्याल नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि बिहार में डिप्टी सीएम का कुर्सी ऐसे नेता को दिया गया है, जिसे कुछ पता नहीं है, वो अनुभवहीन हैं। राजपूत बिरादरी से आने वाले ज्ञानू ने कहा कि कुछ लोगों ने बीजेपी को महज यादव और बनिया की पार्टी बना दी है।
बता दें कि मंगलवार को बिहार में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ। सबसे पहले बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने मंत्री पद की शपथ ली। इनके अलावा नालंदा से विधायक और जदयू नेता श्रवण कुमार, लेसी सिंह, मदन साहनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के भाई और बिहार के छातापुर से भाजपा विधायक नीरज सिंह बब्लू भी अब कैबिनेट का हिस्सा बन गए हैं। नितिन नवीन ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है।