बिहार उपचुनाव में बीजेपी की जीत पर एआईएमआईएम को बी टीम बताया जा रहा है। इस पर ओवैसी ने कहा कि गुजरात में अरविंद केजरीवाल को कुछ नहीं कहा जा रहा क्योंकि उनका नाम अरविंद है, जबकि मेरा ओवैसी है। इसी के चलते मुझ पर हमला बोला जाता है।
ओवैसी ने कहा कि सात उपचुनाव हुए, जिसमें कई में बीजेपी को जीत हासिल हुई है। उत्तर प्रदेश में सपा और हरियाणा में कांग्रेस और आप को बी टीम क्यों नहीं कहा जाता है। ओवैसी का नाम आते ही मुसलमान और कांग्रेस एवं आप का नाम आते ही सब चुप हो जाते हैं, जो कि गलत है। उन्होंने यह भी कहा, “पार्टियां अल्पसंख्यक समाज को डराकर रखना चाहती हैं। उनसे कहना चाहती हैं कि आप पॉलिटिकल लीडर की बात ना करें, गुलाम बनकर रहें। बिहार में हम चुनाव लड़ते हैं तो फिर सवाल उठते हैं कि क्यों लड़ रहे। हमें लोकतंत्र पर भरोसा है, इसलिए हम चुनाव लड़ रहे हैं।”
वहीं, उन्होंने गुजरात में अरविंद केजरीवाल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, “उन्हें कुछ नहीं कहा जा रहा है, क्योंकि उनका नाम अरविंद है और मेरा ओवैसी है। उन्होंने क्या-क्या बयान दिए हैं, लेकिन उन्हें कुछ नहीं कहा गया। हमसे पूछते हैं कि बीजेपी को कैसे हराएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में कांग्रेस 27 सालों से नहीं है, लेकिन उससे कुछ नहीं पूछा जाता है। ओवैसी ने आगे कहा, “अरविंद केजरीवाल बिल्किस बानो का भी नाम नहीं लेते हैं। वे चाहे दिल्ली के दंगों के पीड़ित परिवार हों या मुस्लिम हों, उनका नाम नहीं लेते हैं। जिन घरों को गिरा दिया गया, उनका नाम भी नहीं लेते हैं। बीजेपी, कांग्रेस और आप में मुकाबला हो रहा है कि पीएम मोदी से बड़ा हिंदुत्व की विचारधारा पर कौन चलेगा। ऐसे में कांग्रेस और आप को वोट देना बीजेपी को वोट देने के बराबर है।”
वहीं, बीजेपी नेता शहनवाज हुसैन ने बीजेपी की जीत पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि जेडीयू ने भाजपा से नाता तोड़कर आरजेडी के साथ महागठबंधन किया, लेकिन दोनों मिलकर भी गोपालगंज में बीजेपी को नहीं हरा सकीं। उन्होंने कहा कि साफ संदेश है कि ये सब मिलकर भी बीजेपी को नहीं हरा सकते।