बिहार में दो पूर्व सांसद और बाहुबली नेताओं की दशकों पुरानी दुशमनी दोस्ती में बदल गई। दोनों की लड़ाई के किस्से काफी मशहूर रहे हैं, लेकिन सोमवार (8 नवंबर, 2022) को पूर्व सांसद आनंद मोहन की बेटी सुरभि आनंद की सगाई में दोनों एक दूसरे से जिगरी दोस्त की तरह मिले। यहां बात हो रही है आनंद मोहन और जनाधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव की। पप्पू यादव ने यहां ना सिर्फ आनंद मोहन की बेटी और होने वाले दामाद को शुभकामनाएं दीं, बल्कि वह पूर्व सांसद से भी बड़े खुश होकर मिले और दोनों ने साथ में काफी वक्त भी गुजारा।

पटना के एक होटल में सोमवार को आनंद मोहन सिंह की बेटी सुरभी आनंद की सगाई थी, इस मौके राजनीति से जुड़ी तमाम हस्तियां वहां पहुंचीं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राज्य कैबिनेट के कई सदस्य भी वहां पहुंचे। बीजेपी नेता सम्राट चौधरी भी इस दौरान नजर आए। आनंद मोहन बेटी की सगाई के लिए 15 दिनों की पेरौल पर जेल से बाहर आए हैं।

पार्टी में इन बड़ी हस्तियों के बीच सबसे ज्यादा चर्चा आनंद मोहन और पप्पू यादव की मुलाकात की हुई। एक जमाने में दोनों की लड़ाई चरम पर थी। कोसी क्षेत्र में वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच कई बार मुठभेड़ भी हुई और कितने लोगों की जानें भी गईं। उस दौरान दोनों ने एक दूसरे की जान लेने की भी कई बार कोशिश की थी। दोनों की दुश्मनी उस जमाने की सबसे बड़ी और तगड़ी लड़ाई थी।

यह बात 1990 के दशक की है। सीमांचल और कोसी के 7 जिलों समेत पूरे बिहार में आनंद और पप्पू सियासी पैर जमाने में लगे थे। आनंद मोहन की सवर्ण जातियों में पूछ बढ़ रही थी, जबकि पप्पू यादव पिछड़ों और यादवों के बीच काफी चर्चाओं में थे।

आनंद मोहन सिंह बिहार के सहरसा जिले के पचगछिया गांव के रहने वाले हैं। वह इमरजेंसी के दौरान 2 साल के लिए जेल भी गए थे। कहा जाता है कि 17 साल की उम्र में उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू कर दिया था। 1990 में जनता दल ने उन्हें माहिषी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था, जिसमें वह जीते भी थे। 1995 में उन्होंने बिहार पीपुल्स पार्टी का गठन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था। वहीं, पप्पू यादव पहले लालू यादव और फिर समाजवादी पार्टी के साथ आ गए। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी जाप बना ली।

पप्पू यादव पूर्णिया के अलावा मधेपुरा से भी सांसद रहे। उनकी पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस में हैं और बिहार से लोक सभा सांसद रहने के बाद राज्यसभा सांसद हैं। वहीं, आनंद मोहन शिवहर से सांसद रहे और उनकी पत्नी लवली आनंद भी सांसद रहीं। अब उनके बेटे चेतन आनंद विधायक हैं।