पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोकसभा उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर बड़ी बढ़त बनाने पर समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव को बधाई दी। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, “महान जीत। मायावती और अखिलेश जी को बधाई। अंत की शुरुआत हो चुकी है।” उन्होंने कहा, “अररिया और जहानाबाद जीतने पर लालू जी को बधाई। यह महान जीत है।” ममता बनर्जी के बधाई संदेश पर लालू ने काफी भावुक जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘धन्यवाद दीदी, हम सब एक साथ लड़ रहे हैं। हम एक साथ लड़ेंगे और जीतेंगे।’
बता दें कि बिहार में अररिया लोकसभा सीट, भभुआ और जहानाबाद विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। भभुआ विधानसभा सीट पर जहां बीजेपी की रिंकी पांडे ने जीत हासिल कर ली है तो वहीं जहानाबाद लोकसभा सीट पर आरजेडी प्रत्याशी सुदय यादव कब्जा करने में कामयाब हुए हैं। वहीं अररिया के लिए अभी मतगणना की जा रही है। अब तक मिले रुझान के अनुसार अररिया लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाला महागठबंधन आगे चल रहा है। 16वें चरण की मतों की गिनती के बाद, अररिया में राजद के सरफराज आलम, भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह से 15000 मतों से आगे चल रहे हैं।
Thank you Didi..Together We are fighting, we shall fight & We will Win. https://t.co/j92Ro6Z9UI
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) March 14, 2018
बता दें कि उत्तर प्रदेश में भी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को तगड़ा झटका देते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) ने बुधवार को फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में लगभग विजयी बढ़त बना ली है। गोरखपुर सीट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपूर सीट उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। 25 राउंड की मतगणना के बाद गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद, भाजपा उम्मीदवार उपेंद्र दत्त शुक्ला से 22,954 वोटों से आगे चल रहे हैं। गोरखपुर में मात्र 42 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं 28 राउंड की मतगणना के बाद फूलपुर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नागेंद्र सिंह ने बीजेपी के कौशलेंद्र को 47,351 वोटों से पछाड़ दिया है। नागेंद्र को 3,05,172 वोट मिले हैं। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नतीजों को देखते हुए हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि बीएसपी के इतने ज्यादा वोटर्स सपा को समर्थन देंगे।