नीतीश कुमार की शराबबंदी ने 13 साल से अलग रह रहे पति-पत्नी को एक बार दोबारा से एक साथ ला दिया है। बिहार के सासाराम जिले के मोहुद्दीगंज के रहने वाले जय गोविंद सिंह और उनकी पत्नी विजयंती देवी पिछले 13 साल से अलग-अलग रह रहे थे। हालांकि, वे औपचारिक तौर पर कभी अलग नहीं हुए, लेकिन विजयंती ने कभी वापस न लौटने की कसम खाई थी। इनकी शादी करीब बीस साल पहले हुए थे। शादी के बाद से विजयंती अपने पति की शराब पीने की लत और मारपीट से परेशान थीं। साल 2003 में विजयंती ने गोविंद का घर छोड़ने का फैसला कर लिया। साथ ही विजयंती अपने बेटी जो उस वक्त एक साल की थी को भी साथ ले गईं। तब से दोनों अलग-अलग रह रहे थे।

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एनडीटीवी की रिपोर्ट में विजयंती के हवाले से लिखा गया है, ‘ये हर रोज शराब पीते थे। कई बार मेरे साथ मारपीट भी करते थे। एक दिन मैंने सोचा कि मैं इसे ज्यादा सहन नहीं कर पाऊंगी और उनका घर छोड़ दिया।’ तब से 58 वर्षीय जय गोविंद ने शराब की लत छोड़ने की पूरी कोशिश की और वे इस आदत को कम करने में कामयाब भी रहे। लेकिन नीतीश कुमार का शराबबंदी का फैसला उनके लिए भगवान का वरदान साबित हुआ। सिंह ने बताया कि मुझे लगता है, ‘यही एक कारण है कि मैं मेरी पत्नी के पास गया और उससे माफी मांगकर वादा किया कि मैं कभी भी तुम्हें शारीरिक और मौखिक तौर पर परेशान नहीं करूंगा। इसके साथ ही मैंने पूरी तरह से शराब छोड़ देने का वादा भी किया। मैं खुश हूं कि उसने मुझे एक और मौका दिया।’

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बेटी गुड्डी का कहना है कि दोबारा से शादी कराने का विचार उसी का है। गुड्डी ने बताया कि उसने घर पर कभी भी अपने माता-पिता को एक साथ नहीं देखा, मैं बहुत खुश हूं। शादी के कार्ड मैंने खुद छपवाए और बांटे हैं।