भीमा कोरेगांव से शुरु हुआ बवाल पूरे महाराष्ट्र में हिंसा की वजह बन गया है। बवाल के बदले में शुरू हुए बवाल में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर भी असर पड़ा। महाराष्ट्र में कई शहर में बंद का एलान हुआ। कोरेगांव से भड़के बवाल और हिंसा से महाराष्ट्र के लोग बिलबिला उठे हैं। लेकिन इस बवाल की शुरुआत कैसे हुई उसका एक वीडियो एनसीपी लीडर ने ट्वीट किया है। एनसीपी लीडर डॉ. जितेन्द्र अवहाद का दावा है कि ये वीडियो भीमा कोरेगांव में बवाल शुरु से पहले का है जहां भिड़े और एकबोटे समर्थक जुट रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। आपको बता दें कि जनसत्ता.कॉम इस वीडियो की सच्चाई का दावा नहीं करता है। डॉ. जितेन्द्र अवहाद ने वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये वीडियो अपने आप में सबकुछ बयां कर दे रहा है। भीड़े और एकबोटे के समर्थक भीमा कोरेगांव में उस जगह इकट्ठा हुए थे जहां से हिंसा शुरू हुई। इस वीडियो को 1 जनवरी का बताया जा रहा है। एनसीपी नेता ने लिखा है कि ये सब पक रहा था और हैरान करने वाली बात ये है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।

इस हिंसा को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई में प्रस्तावित दलित नेता जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। गुरुवार (4 जनवरी) को मुंबई के भाईदास हॉल में छात्र भारती नाम के संगठन ने जिग्नेश और उमर को कार्यक्रम में बुलाया था। छात्र भारती के उपाध्यक्ष सागर भालेराव ने बताया कि उन्होंने भाईदास हॉल को अपने संगठन के ऑल इंडिया समिट के लिए रिजर्व किया था। लेकिन पुलिस अब इस कार्यक्रम में किसी को जाने नहीं दे रही है। सागर भालेराव का कहना है कि मुंबई पुलिस ने पिछले दो तीन दिनों की हिंसा का हवाला देकर कार्यक्रम रद्द कर दिया है।

गौरतलब है कि सोमवार को कोरेगांव-भीमा में आंग्ल-मराठा युद्ध की 200वीं वर्षगांठ पर एक जनवरी को आयोजित समारोह में हुए दंगे में एक युवक की मौत के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया था। इस समारोह में अंग्रेजों द्वारा सानसवाडी गांव में बनाये गए विजय स्तंभ के पास भारी तादाद में दलित समुदाय के लोग इकट्ठा हुए थे,जहां पत्थरबाजी की घटना के बाद हिंसा भड़क उठी जिसमें 28 वर्षीय राहुल फटंगले की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि प्रदेशभर में हुई हिंसा के सभी वारदात की जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।