उत्तर प्रदेश के हाथरस में 20 साल की लड़की से हुई बर्बरता के मामले में पूरे देश में गुस्सा है। पूरी घटना में यूपी पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठने शुरू हो गए हैं। दरअसल, आरोप हैं कि पुलिस ने बिना पीड़िता के परिवारवालों की मर्जी के उसका अंतिम संस्कार कर दिया। अब सामने आया है कि पुलिस ने दलित लड़की के परिवार के साथ खड़े भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को भी नजरबंद कर दिया है। बताया गया है कि चंद्रशेखर पीड़िता के शव को दिल्ली से हाथरस लाए जाने तक उसके परिवार के साथ ही मौजूद था।
चंद्रशेखर ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उसे बीच रास्ते में ही रोककर हिरासत में ले लिया और फिलहाल सहारनपुर में नजरबंद कर दिया है। चंद्रशेखर ने ट्वीट में कहा- पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे सरकार और पुलिस की मिलीभगत से रात में ही हमारी बहन का दाहसंस्कार परिजनों की गैरमौजूदगी और उनकी बिना मर्जी के किया गया। इन लोगों की नैतिकता मर चुकी है। मुझे इनकी पुलिस ने रात हिरासत में लिया और अब सहारनपुर लाकर मुझे नज़रबंद कर दिया गया। लेकिन हम लड़ेंगे।” उसने पुलिस के नोटिस को भी शेयर किया।
पुलिस की ओर से जो नोटिस चंद्रशेखर को दिया गया है, उसमें कहा गया, ‘‘आपको अवगत कराना है कि जनपद में धारा 144 लागू है। विश्वसनीय सूत्रों से संज्ञान में आया है कि आपके भ्रमण अथवा आचरण से भीड़ एकत्र हो रही है, इससे शांति भंग होने का खतरा है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना हो सकती है। इसलिए आपको अवगत कराया जाता है कि वर्तमान में आप अपने घर में मौजूद रहेंगे।”
‘घर पर ही धरने पर बैठा, अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे’: भीम आर्मी के प्रमुख ने आगे लिखा, “मैं अपने घर पर ही धरने पर बैठा हूँ, अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तरप्रदेश में दलितों के साथ अन्याय किया जा रहा है अब तक अपराधियों को संरक्षण और अमानवीय कृत्य करने वाले हाथरस के झूठे DM और एसएसपी को हटाया नही है ऐसे नालायक लोगों से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है।”